ऐसे कटा वेंकैया का पत्ता |
June 19 2017 |
यह पिछले हफ्ते की बात है वेंकैया नायडू पीएम मोदी से मिलने पहुंचे। सूत्र बताते हैं कि चतुर सुजान वेंकैया ने मोदी से अर्ज किया कि-’मैं आपका ’ब्लाइंड फॉलोअर’ रहा हूं, इन दिनों मेरा स्वास्थ्य भी ठीक नहीं चल रहा है, अगर ऐसे में आप मुझे कोई बड़ी जिम्मेदारी (राष्ट्रपति) देते हैं तो सेवादार की तरह अपना कर्तव्य निभाऊंगा।’ प्रधानमंत्री ने इस पर एक सुविचारित चुप्पी साध ली, कहते हैं कि तब तक वहां मुरली मनोहर जोशी का भी पदार्पण हो जाता है, पीएम ने उन्हें भी मिलने का वक्त दे रखा था। जोशी और वेंकैया एक-दूसरे को वहां देखकर एकदम से चौंक गए। सूत्रों की मानें तो फिर जोशी ने पीएम से कहा-’आपसे अकेले में दो मिनट बात करनी है’ कहते हैं इस पर पीएम ने कहा कि ’वेंकैया जी भी अपने हैं, आप अपनी बात यहां भी कह सकते हैं’, जोशी ने खुद को ठगा सा महसूस किया और बस इतना ही कह पाए-’मैंने अपना पूरा जीवन पार्टी की सेवा में लगाया है, मेरे साथ न्याय होना चाहिए।’ पीएम की अधरों पर स्मित की एक रेखा कौंध गई और उनकी उसी मुस्कान में उनका राजनैतिक संदेश निहित था। एक संदेश वेंकैया के लिए भी था, सो उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार तय करने वाली कमेटी में डाल दिया गया, राजनाथ व जेटली का भी यही हश्र हुआ। शनैःशनैः रायसिना हिल्स के रहस्यों से धुंध छंटने लगी है। |
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June 22nd, 2017
You grapevine “ears” need proper servicing and oiling and de-rusting since most of the gossip you are posting are way off the mark….May be you are posting based on day dreaming you do while snoring in the chair at noon