नासिक के अंगूर पवार के परिवार के लिए खट्टे रहे |
May 17 2016 |
भारतीय राजनीति में सदैव धूमकेतु से चमकने वाले मराठा क्षत्रप शरद पवार के सितारे इन दिनों तनिक गर्दिश में हैं। चुनांचे क्रिकेट की राजनीति से दीगर इन दिनों वे अपना सारा ध्यान किसानों की राजनीति पर फोकस कर रहे हैं। देश में एक नई किसान नीति के गठन के लिए पवार इन दिनों विभिन्न सियासी दलों के सांसदों को एकजुट करने में लगे हैं, इस क्रम में कोई तीन दर्जन सांसदों को पवार ने इस किसान फोरम में शामिल होने के लिए मना लिया है। सांसदों के इस कोर ग्रुप की पहली बैठक पवार ने दिल्ली में अपने सरकारी आवास पर रखी, जिसमें षामिल होने के लिए तृणमूल के सौगत राय, एनसीपी के तारिक अनवर, बीजेडी के तथागत सत्पथि व भतृहरि महताब समय से पहुंच गए, बाद में खबर आई कि पवार मुंबई से दिल्ली जिस फ्लाइट से आ रहे थे, वह फ्लाइट काफी लेट गई, तब पवार ने अपनी सांसद पुत्री सुप्रिया सुले को यह जिम्मा सौंपा कि वे सांसदों की आवभगत करे और नई किसान नीति के बाबत उनसे चर्चा करें। सूत्र बताते हैं कि सुप्रिया ने सांसदों की आवभगत को तो पूरा ध्यान रखा, पर चर्चा कहीं भटक गई। हर तरफ वाइन के गिलास को दमकते देख भतृहरि महताब किंचित नाराज़ हो गए, उन्होंने कहा कि ‘हम तो समझे थे कि यहां गंभीर चर्चा होनी है…‘ उन्हें जवाब मिला कि ‘यह वाइन तो नासिक के अंगूरों से बनी है…कम से कम हम उन किसानों का भला कर ही रहे हैं जो महाराष्ट्र में अंगूर की खेती करते हैं…‘ कई सांसद यहां से जल्दी चले गए। मौके की नजाकत को भांपते हुए पवार साहब ने अगले रोज इन सांसदों की पार्लियामेंट एनेक्सी में बैठक ली, जहां नई किसान नीति को लेकर गंभीर विचार- विमर्श के दौर चले। |
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