गीता का बिहार कनेक्शन |
January 13 2016 |
कृष्ण, भागवत व गीता ये कुछ ऐसे आध्यात्मिक पहलू हैं, जिनसे भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का रागात्मक जुड़ाव रहा है, शायद यही वजह रही हो कि एक भारतीय लड़की गीता को पाकिस्तान से भारत लाने में उन्होंने निजी पहल भी की। सनद रहे कि गीता जब सात-आठ वर्ष की थी तो यह गूंगी-बहरी बच्ची अनजाने में समझौता एक्सप्रेस पकड़कर पाकिस्तान चली गई थी। गीता जब से भारत लौटी है सुषमा स्वराज उनकी पल-पल की जानकारी रख रही हैं। अभी पिछले दिनों मैडम स्वराज गीता से मिलने इंदौर भी गई थीं, जहां एक मूक-बघिर संस्थान के पास गीता रह रही हैं। जो महतो परिवार लगातार गीता के अभिभावक होने का दावा पेश कर रहा था, उनकी डीएनए रिपोर्ट निगेटिव आई है। सो गीता से अपनी पिछली मुलाकात में सुषमा ने उनसे इशारों-इशारों में देर तक बातें की और यह जानने की यत्न किया कि क्या गीता को अपने बचपन की बातें अब भी याद है। तब गीता ने अपने बचपन का जो चित्र उपस्थित किया और जिस प्रकार के गांव की तस्वीरें उकेरीं वह इस बात के द्योतक थे कि यह बिहार का ही कोई गांव रहा होगा। इशारों-इशारों में गीता ने सुषमा से उस पर्व का भी जिक्र किया जिसमें सूरज देव की पूजा होती है, सुषमा समझ चुकी थी कि गीता छठ पर्व का जिक्र कर रही है। जो कि बिहार का एक प्रमुख पर्व है। सो अब सुषमा ने तय किया है कि वे गीता के परिवार को ढूंढने में अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मदद लेंगी और उन्हें शीघ्र ही इस बाबत एक चिट्ठी भी लिखेंगी। |
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