मंत्री साहिबा जब भिड़ गयीं सचिव से |
August 28 2016 |
देष की नयी कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी की जब उनके मंत्रालय की ही महिला सचिव से ठन गयीं तो सचिव महोदया ने कहीं और की ठौर पकड़ना ही ज्यादा मुफीद समझा। मंत्रालय से जुड़े सूत्र बताते हैं कि एक दिन मंत्री महोदया मंत्रालय के अधीन आनेवाले कॉटेज इंडस्ट्री में पधारीं और उन्होंने कई लाख की साडि़यां खरीद लीं, उन्हें एक गणेष जी की प्रतिमा भी पसंद आ गयी, जिसकी कीमत सूत्रों के मुताबिक 8 लाख रुपये बतायी जा रही है। कहते हैं मंत्री साहिबा के निजी स्टाफ ने इस बिल को भुगतान के लिए सचिव महोदया के पास भिजवा दिया। इस बात पर कहते हैं सचिव महोदया उखड़ गयीं और उन्होंने दो टूक लहजे में यह फरमान जारी कर दिया कि यह बिल भला कैसे पास हो सकता है? इस बात से नाराज मंत्री साहिबा ने तुर्रा उछाला कि ‘कपड़ा मंत्री को पूरा हक है अच्छे कपड़े पहनने का।’ इन दोनों में तनातनी जब ज्यादा बढ़ गई तो कहते हैं सचिव महोदया ने इस बात की षिकायत कैबिनेट सचिव (जो उनके सगे भाई भी हैं) से कर दीं, कैबिनेट सचिव के माध्यम से यह बात मोदी के कानों में जा पहुंची, पर मोदी के भी कपड़ों को लेकर अपने बेहद नेक ख्यालात हैं, चुनांचे वे अब तक ‘पर उपदेष कुषल बहुतेरे’ के जुमले से बाल-बाल बच रहे हैं। |
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August 29th, 2016
Face-off with the secretary
August 28 2016
This write up is a blatant lie. Check your facts and correct it.
Not expected from someone like you.
August 29th, 2016
Here is further proof from a shady jurno
Rajdeep SardesaiVerified account@sardesairajdeep
I deleted tweet on an unnamed minister because it was based on unverified info. Mistake. Apologies. motto is sense above sensation.