Posted on 28 June 2010 by admin
रमजान शुरु होने से पूर्व संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी के फंदे पर लटकाया जा सकता है, गुरु की माफी की अर्जी केंद्र सरकार ने माननीया राष्ट्रपति के पास विचारार्थ भेज दी है। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक ऐसी संभावना है कि राष्ट्रपति इस क्षमा अर्जी को नामंजूर करते हुए वापिस लौटा सकती हैं, अगर ऐसा हुआ तो इन कागजात को गृह मंत्रालय सेशन जज के पास भेज देगा। ऐसे में सेशन जज आमतौर पर इस पर ‘ब्लैक वारंट’ जारी करता है, जिसका बॉर्डर काले रंग का होता है, जिसमें फांसी की तयशुदा तारीख व समय मुकर्रर रहती है। यानी गिनती के दिन बचे है आतंकी गुरु के पास!
Posted on 22 June 2010 by admin
जिस प्रकार नक्सलियों ने केंद्र सरकार की नाक में दम कर रखा है उसे देखते हुए नई रणनीतियां बुनी जा रही हैं, सरकार ने साफ कर दिया है कि नक्सलियों पर कार्यवाही के लिए आर्मी का इस्तेमाल नहीं होगा, लेकिन इसका यह मतलब तो नहीं कि आर्मी मैन को भी इस मुहिम में शामिल नहीं किया जाएगा। सो इस बात की जोर-शोर से तैयारियां शुरू हो गई है, और राष्ट्रीय राइफल्स में 60 बैटेलियन यानी कोई 72 हजार जवानों की भर्ती के लिए अभियान शुरू हो गया है, ज्यादातर आर्मी अफसरों को यहां डेपुटेशन पर लाया जा रहा है। यानी भारत सरकार के हौंसले बुलंद हैं और रणनीतियां बेहद माकूल।
Posted on 22 June 2010 by admin
सो, ममता ने भी थक-हार कर बांका वाले निर्दलीय सांसद दिग्विजय सिंह का नाम आगे कर दिया है कि कांग्रेस चाहे तो इन्हें रेल राज्य मंत्री बना सकती है। पर जब कांग्रेस वालों ने दिग्विजय की पड़ताल शुरू की तो वे ये जानकर हैरान हुए कि दिग्विजय तो देश में ही नहीं है, वे तो दूर लंदन में अपना इलाज करवा रहे हैं। अपुष्ट सूत्रों से जो खबर मिल रही है कि जब दिग्विजय छुट्टियां मनाने इस दफे लंदन गए थे तो यूं अचानक गश खाकर वे होटल के बाहर गिर गए थे, जहां उनके सिर में गंभीर चोटें आई और वे बेहोश हो गए थे, वे लंदन के एक अस्पताल में इस वक्त अपना इलाज करवा रहे हैं। अब दिग्विजय सिंह स्वेदश लौटे तो फिर कुछ बात बने।
Posted on 08 June 2010 by admin
भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश बालाकृष्णन राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अगले अध्यक्ष हो सकते हैं, इस बारे में मंगलवार को एक अहम बैठक है और पैनल में भी सिर्फ एक नाम आया है श्रीबालाकृष्णन का, यानी नाम तय है, बस औपचारिकताएं शेष हैं।
Posted on 08 June 2010 by admin
अध्यक्ष जी के विदेश रवानगी से पूर्व पार्टी के बड़े फोरम पर खूब चर्चा हुई कि अब मीडिया संभाले नहीं संभल रहा है, न तो रविशंकर प्रसाद में वो करिश्मा है और न ही रूढी में वो काबिलियत और शाहनवाज तो ज्यादा मौकों पर गैरमौजूद ही रहते हैं, और अब तो मीडिया में अध्यक्ष जी के बारे में खासा प्रतिकूल आ रहा है, इस पर अध्यक्ष जी ने तुरंत कहा- ‘फिर आप ही क्यों नहीं देखते मीडिया?’ और तब से अनौपचारिक तौर से अरुण जेतली भाजपा के मीडिया प्रभारी हो गए हैं। यह और बात है कि इस आशय का कोई ऑर्डर अभी नहीं निकला है।
Posted on 28 May 2010 by admin
बिहार में कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष आना लगभग तय माना जा रहा है यानी मौजूदा अध्यक्ष अनिल शर्मा की जगह कांग्रेस अपना कोई दलित या मुस्लिम चेहरा सामने लाना चाहती है। दलित कोटे से जहां अशोक राम का नाम सबसे आगे चल रहा है, वहीं कहीं बतौर ए मुस्लिम चेहरा बख्तियारपुर के विधायक महबूब अली कैसर का नाम दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है, कैसर की छवि भी अपेक्षाकृत अच्छी है। कैसर के पिता चौधरी सलाहुद्दीन प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता रह चुके हैं और यह बिहार सरकार में कई बार मंत्री भी रह चुके हैं। नाम तो पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद का भी खूब चला पर उनके बारे में आम मान्यता यही है कि वे काफी गुस्सैल स्वभाव के हैं चुनांचे उनके नाम को लेकर कांग्रेस आलाकमान में भ्रम का आलम बरकरार रहा। पर कांग्रेस में अब यह चर्चा भी आम है कि बिहार में जब भी कांग्रेस सरकार बनाने की स्थिति में होगी तो मुख्यमंत्री के तौर पर दलित नेत्री व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार का नाम ही सर्वमान्य होकर उभरेगा।
Posted on 26 May 2010 by admin
केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई के दुरुपयोग के खिलाफ 12 मई को भाजपा का राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन फुस्स साबित हुआ। नरेंद्र मोदी को कांग्रेसनीत केंद्र सरकार जिस भांति सीबीआई के मार्फत दबोचने की तैयारी में जुटी है उसे देखते हुए भाजपा के भीष्म पितामह लालकृष्ण अडवानी ने पार्टी में अपने निकटस्थ सहयोगियों से मशविरे के बाद इस नतीजे पर पहुंचे थे कि अगर कांग्रेस पर दबाव बढ़ाना है तो तमाम राज्यों के प्रदेश मुख्यालयों पर 12 मई को एक साथ विरोध प्रदर्शन किया जाए, यह विरोध प्रदर्शन हुआ भी पर तब तक गडकरी का (कुत्ता वाला) बयान आ गया और यह मीडिया की सुर्खियों में छा गया और इस खबर ने पार्टी के विरोध प्रदर्शन की खबर की हवा निकाल दी, और कांग्रेस की भी जान में जान आई।
Posted on 19 May 2010 by admin
कांग्रेस की कृपादृष्टि गुजरात पुलिस के दो अधिकारियों पर निरंतर बनी हुई है। इसमें से एक आईपीएस है, तो दूसरा राज्य पुलिस से है। इस आईपीएस अधिकारी के ‘ट्रेक रिकार्ड’ को लेकर मतभेद है, कांग्रेस इस अधिकारी को डिपुटेशन पर सीबीआई में लाना चाहती है, कांग्रेसी योजनाकार चाहते हैं कि इस अधिकारी को सीबीआई में लाकर मोदी से जुड़े तमाम केस उन्हें सौंप दिए जाए, पर मोदी भी कोई कम खिलाड़ी नहीं, उन्हाेंने इस अधिकारी को डिपुटेशन पर भेजने में रोड़ा अटका दिया है, मोदी का कहना साफ है कि अभी इन्हें नहीं भेजा जा सकता क्योंकि इनके ऊपर विजिलेंस की जांच चल रही है, इस आईपीएस अधिकारी ने भी अपने ऊपर लगे आरोपों के आलोक में सर्विस ट्रिबियुनल में अपील कर रखी है, देखें नतीजा क्या आता है?
Posted on 07 May 2010 by admin
राजस्थान के नए राज्यपाल के तौर पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री मोहसिना किदवई का नाम सबसे आगे चल रहा है, बस दस जनपथ की हरी झंडी का इंतजार है, बात बन गई तो मोहसिना किदवई दिवंगत प्रभा राव की जगह राजस्थान की नई महामहिम होंगी।
Posted on 07 May 2010 by admin
आखिर रूठी-रूठी माया मेम साहब को कांग्रेस के लिए मनाया किसने? सुनने में तनिक हैरानी हो सकती है पर इस काम को अंजाम दिया जोड़-घटाव के मंत्री प्रणब मुखर्जी ने, प्रणब दा ने सतीश मिश्र के मार्फत बहिन जी से संपर्क साधा। ‘कटमोशन’ पर बसपा सांसदों को अनुपस्थित रहने के लिए उन्हें मनाया गया, ‘राहत पैकेज’ ऑफर किया गया, कभी तेवर गर्म भी हुए पर समय रहते बात बन गई और कांग्रेस की नैया मंझधार से पार आ सकी।