Posted on 01 May 2011 by admin
सोनिया गांधी की तमाम ‘गुडविल जेस्टर’ के बावजूद ममता बनर्जी ने उनसे एक अघोषित जंग ठान ली है। ममता को न जाने क्यों ऐसा लगता है कि बंगाल के बागी कांग्रेसियों को जाने-अनजाने तौर पर सोनिया का आशीर्वाद प्राप्त है, सो सोनिया के लाख चाहने के बावजूद ममता उनके साथ कोई संयुक्त रैली करने को तैयार नहीं, जबकि मनमोहन सिंह के साथ ममता न सिर्फ मंच शेयर कर रही है, अपितु साझा रैलियों को संबोधित भी कर रही है। वहीं बैनर, पोस्टर व चुनावी विज्ञापनों में मनमोहक मुस्कान वाले मनमोहन तो उपस्थित हैं, पर हर प्रचार सामग्री से सोनिया नदारद हैं।
Posted on 23 April 2011 by admin
भाजपा की दूसरी पीढ़ी के प्रमुख नेतागणों की यही राय है…बहुत हुआ अब अडवानी जी राजनीति से संन्यास लें, पर अडवानी ने कोई कच्ची गोलियां नहीं खेल रखी है उन्होंने विवेकानंद फाऊंडेशन की मदद से दबाव की राजनीति शुरू कर दी है। इस फाऊंडेशन का नेतृत्व पूर्व आईबी प्रमुख अजीत डोवल के हाथों में है, और इससे भाजपा के पूर्व थिंक टैंक गोविंदाचार्य, संघ करीबी एस.गुरुमूर्ति, सुब्रह्मण्यम स्वामी, आदि मुखर लोग जुड़े हुए हैं। जैसे ही हिंदुत्व अवसरवाद के मुद्दे पर जेतली केबल लीक हुई, विकीलिक्स के इसी खुलासे को आधार बनाकर एस.गुरुमूर्ति ने फौरन संघ प्रमुख मोहन भागवत को एक चिट्ठी लिख दी। अडवानी न केवल सियासी बाजीगरी दिखाने में जुटे हैं अपितु इन दिनों अपने स्वास्थ्य का भी खास तौर पर ध्यान रख रहे हैं, उन्हें अभी एक और लंबी सियासी पारी जो खेलनी है…।
Posted on 17 April 2011 by admin
शाहिद बलवा के पवार कनेक्शन पर क्या खूब हंगामा बरपा है, पर बलवा का पहला जुड़ाव करूणानिधि परिवार से रहा है। यूपीए-एक कार्यकाल में वे टीआर बालू के फ्रंटमैन हुआ करते थे। द्रमुक के लिए वे एक प्रमुख थैलीशाह बनकर उभरे, नहीं तो इससे पहले उनके मुंबई में महज दो मामूली रेस्तरां थे, पर करूणानिधि परिवार से जुड़ने के बाद बलवा के घर धन-ऐश्वर्य छप्पर फाड़ कर बरसा। बलवा सबसे पहले विनोद गोयनका के संपर्क में आए और गोयनका ने उन्हें पहली बार शरद पवार से मिलवाया।
Posted on 17 April 2011 by admin
सियासत के कुशल खिलाड़ी नीतीश कुमार ने बिहार के गवर्नर देवानंद कुवर की ख्याति और उनकी भावनाओं को लगता है बखूबी भांप लिया है, तभी वे विधानसभा में एक नया विधेयक लेकर आए हैं। जिसके मुताबिक अब वाइस चांसलर की नियुक्तियों में गवर्नर राज्य सरकार की संस्तुति को मानने को बाध्य होगा। गवर्नर पर वहां के एक नामी विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर को संरक्षण देने का आरोप है। इसी वाइस चांसलर दिनेश प्रसाद सिन्हा ने राज्य की एक नामचीन लोक गायिका देवी को बोधगया के संबोधि रिसॉर्ट में एक प्रोग्राम के दौरान शराब के नशे में धुत होकर छेड़ दिया था। गवर्नर पर नई दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित बिहार भवन के एक कर्मचारी को पीटने का भी आरोप है। जाहिर है बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी।
Posted on 10 April 2011 by admin
शुक्रवार की शाम नई दिल्ली में जश्न-ए-बहार मुशायरे का आयोजन था, जिसमें शहरयार से लेकर जावेद अख्तर तथा विदेशों के भी कई नामचीन शायर तशरीफ लाए थे। मुशयरा की रवायत बरकरार रखने की गरज से कई बड़ी हस्तियां भी वहां मौजूद थीं। मुशायरा शुरू हो इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस मार्कंडेय काटजू बोलने को आए और अपने इलाहाबादी लहजे से जैसे उन्होंने समां ही बांध दिया। जस्टिस काटजू ने वहीं मंच से अपील की कि अगला भारत रत्न जब भी दिया जाए सबसे पहले मिर्जा गालिब को मिले। इसके बाद लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार की बोलने की बारी आई तो उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि ‘जस्टिस को जजमेंट देते हुए तो बहुत बार सुना है, आज अपील करते हुए भी देख लिया।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘मैं जस्टिस काटजू की अपील में आवाज मिलाना चाहती हूं कि मिर्जा गालिब को भारत रत्न जरूर मिले।’
Posted on 10 April 2011 by admin
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के लोग फाइनल मैच के दिन प्रेसिडेंशिएल बॉक्स में जगह बनाते-बनाते आजिज आ चुके थे। पहले तो भारत व श्रीलंका के राष्ट्राध्यक्षों के लिए सोफा लगाया गया, पर बॉक्स में कुर्सियों की संख्या निरंतर बढ़ानी पड़ रही थी। कपिल सिब्बल, सुबोधकांत सहाय, अडवानी, गडकरी, अजय माकन, ज्योतिरादित्य सिंधिया, शाहनवाज हुसैन कुर्सियों की संख्या बढ़ते-बढ़ते 200 का आंकड़ा भी पार कर गयी थी। राहुल गांधी के लिए वहां भी जगह रखी गई थी, पर वे अपने दोस्तों के साथ आम जनता में ही जाकर बैठे, राहुल को बखूबी मालूम था कि उन्हें सियासत भी इन्हीं आम अवाम से करनी है।
Posted on 10 April 2011 by admin
कृपाशंकर सिंह ने जब से महाराष्ट्र कांग्रेस की बागडोर संभाली है उनके सितारे गर्दिश में आ गए हैं। मधु कौड़ा मामले में भले ही उन्हें क्लीन चिट मिल गई हो, पर उनके ऊपर आय से अधिक संपत्ति का नया मामला बनता है और इस बाबत महाराष्ट्र का एंटी करप्शन ब्यूरो उनके ऊपर एक बड़ा केस बनाने की तमाम तैयारियां कर चुका है।
Posted on 10 April 2011 by admin
खोदा पहाड़ और निकली चुहिया, लगता है हसन अली को जस्टिस तहिलयानी ने खूब पहचाना है, क्या वे महज नटवरलाल के नए अवतार हैं? जिनका काम फर्जी कागजों, बैंक अकाऊंट्स के जरिए विभिन्न कंपनियों को लोन दिलाने के नाम पर चूना लगाना भर था। हसन अली का बेटा भी हैदराबाद की एक कंपनी में मामूली नौकरी करता है। लगता है हमारी जांच एजिंसियां अली की पड़ताल में चूक गई हैं।
Posted on 03 April 2011 by admin
फिक्की के महासचिव और ममता को आर्थिक मामलों पर सलाह देने वाले अमित मित्रा को चुनावी सरगर्मियां रास नहीं आ रही, सनद रहे कि वे तृणमूल के टिकट पर वामपंथी वित्त मंत्री असीम दास गुप्ता के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव प्रचार के दौरान गर्मी नहीं झेल पाने की वजह से अचानक से वे बीमार पड़ गए हैं, यह खबर लगते ही मराठी मूल की उनकी पत्नी मीरा ने फौरन दिल्ली से कोलकाता की फ्लाइट पकड़ ली है।
Posted on 03 April 2011 by admin
कर्नाटक में दल बदल कानून की परिणति को लेकर सुप्रीम कोर्ट का एक अहम फैसला मंगलवार को आने वाला है। सुगबुगाहट है कि माननीय कोर्ट का यह फैसला येदुरप्पा सरकार की उम्मीदों के खिलाफ जा सकता है। यानी मंगलवार के बाद येदुरप्पा सरकार के अल्पमत में आने की संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं, आखिर बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी?