बेअसर रहा एक और स्टिंग |
September 04 2016 |
सियासत उनके खून में है, क्रिकेट को लेकर जुनूं की हद तक उनकी दीवानगी है, वे युवा हैं, और इस कम उम्र में भी उन्होंने अपने लिये जो मुकाम हासिल किया है, वह काबिले तारीफ है। पर यह युवा नेता पिछले दिनों एक बड़ी मुसीबत में फंस गये, जब क्रिकेट की राजीनीति के दांव पेंच में उलझते दिल्ली के एक बड़े बकील ने एक बड़े पंचतारा होटल के सुइट में उनसे हुई बातचीत को गुपचुप अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया और यह रिकॉर्डिंग केंद्र सरकार के एक सर्वशक्तिमान केन्द्रीय मंत्री को सुना दी। सूत्रों का दावा है कि इस बातचीत में कुछ लेन-देन के मामले का जिक्र था। वकील साहब एक प्रेस कांफ्रेंस कर यह रिकॉर्डिंग मीडिया के समक्ष रखना चाहते थे, मंत्री जी ने बीच-बचाव करके बड़ी मुश्किल से वकील साहब को समझाया, फिर युवा नेता से उनकी बात करवायी, तब जाकर सुलह-सफाई की नयी पटकथा लिखी जा सकी। |
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September 5th, 2016
सर, आपके आलेख पंजाब केशरी मे हमेशा पढता हू। यहा पर व टविटर पर हिन्दी मे लिखोगे तो हर देशवासी आपके आलेख पढ सकता है। जिनको अग्रैजी आती है वो हिन्दी समझते है, पर देश के ग्रामिण क्षैत्र मे मेरे जैसे लाखो लोग अग्रेजी नही समझते।
September 5th, 2016
क्या हिमाचल के युवा नेता का जिक्र..?