प्रधानमंत्री मोदी के सीक्रेट मिशन को परवान चढ़ाने में इन दिनों दो पुराने दोस्त खासे सक्रिय हैं, इत्तफाक से अतीत में दोनों ही देश के कानून मंत्री रह चुके हैं। राज्यसभा की नई एंट्री सुब्रह्मण्यम स्वामी और हंसराज भारद्वाज के बीच इन दिनों मुलाकातों का दौर बढ़ गया है, या तो ये भारद्वाज के डिफेंस कॉलोनी वाले घर पर मिलते हैं, या ताज मानसिंह होटल में चुपचाप डिनर पर मिल जाते हैं। चुनांचे मामला चाहे नेशनल हेराल्ड का हो या अगस्ता वेस्टलैंड का, स्वामी को भारद्वाज से
राय- मशविरा करते देखा गया है। सनद रहे कि भारद्वाज के संग नरेंद्र मोदी की पुरानी दोस्ती है, वे भारद्वाज ही थे जिन्होंने मोदी के गुजरात के सीएम रहते केंद्र में कानून मंत्री का जिम्मा संभालते हुए उन्हें अहमदाबाद हाई कोर्ट में नाइट कोर्ट शुरू करने का सुझाव दिया था, और मोदी ने इस पर फौरन अमल भी किया था। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेसी भारद्वाज के भाजपा सिरमौर अमित शाह से भी उतने ही मधुर रिश्ते हैं, जब भारद्वाज कर्नाटक के गवर्नर थे तो वे दिल्ली में कर्नाटक भवन में
रूकते थे तो अक्सर अमित शाह के पुत्र जय को उनसे मिलते-जुलते देखा गया था। सनद रहे कि दिल्ली में कर्नाटक व गुजरात भवन बिल्कुल आस-पास हैं। सूत्र बताते हैं कि देश के मौजूदा अटार्नी जनरल और सॉलिसिटर जनरल को लेकर भी इस जोड़ी ने प्रधानमंत्री को अपनी एक गुप्त रिपोर्ट सौंपी हैं।
May 21st, 2016
Bharadwaj was the union law minister , not gujarat law minister
Attorney “General” and Solicitor “General”
May 29th, 2016
Bhardwaj was never the Law Minister of Gujarat. Bhardwaj was in congress when Modi was CM of Gujarat