कहीं रह न जाए स्मृति शेष |
July 10 2016 |
अपने चहेतों को लेकर संघ ने एक तरह से मोदी-शाह द्वय के समक्ष समर्पण कर दिया है, एक प्रमुख संघ नेता कृष्ण गोपाल की बेहद चहेतियों में शुमार होने वाली स्मृति ईरानी को जिस तरह से मानव संसाधन विकास मंत्रालय से बाहर का रास्ता दिखाया गया है वह इस बात का द्योतक है कि मोदी-शाह द्वय और संघ के बीच अच्छा समन्वय चल रहा है। सूत्र बताते हैं कि स्मृति को इस बात की ताकीद कर दी गई है कि वह अपना अड़ियल रवैया छोड़े नहीं तो अगली बार उन्हें गुजरात से राज्यसभा मिलना भी मुश्किल हो सकता है। कहते हैं कि स्मृति के करीबी इस बात की हवा बना रहे हैं कि उन्हें यूपी में बतौर भाजपा का सीएम फेस प्रोजेक्ट किया जा सकता है, पर पिछले दिनों एक बड़े अंग्रेजी दैनिक के संपादक अमित शाह से मिलने पहुंचे और उन्होंने यही सवाल शाह के समक्ष दोहराया ने तो शाह ने एक झटके में ऐसी किसी संभावना से इंकार करते हुए दो टूक लहज़े में कहा-‘सवाल ही नहीं उठता।‘ तो क्या स्मृति ईरानी ने अपनी सबसे शानदार राजनैतिक पारी खेल ली है ? क्या आने वाले दिनों में सुर्खियों की इस महारानी को हाशिए से अपनी दोस्ती गांठनी होगी ? |
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