लालू-पासवान में क्यों हुई कुट्टïी? |
March 02 2014 |
आखिर ऐसी क्या बात हो गई जो लालू-रामविलास की वर्षों पुरानी दोस्ती टूट गई और रामविलास लालू के सबसे प्रबल शत्रु मोदी की गोद में जा बैठे। सूत्रों की मानें तो लालू के साथ जाने में सबसे ज्यादा परेशानी रामविलास के युवा पुत्र चिराग पासवान को थी जो लोक जनशक्ति पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं। दरअसल चिराग लालू सहयोगी रधुवंश प्रसाद सिंह के उस बयान को लेकर खासे नाराज थे कि जिसमें उन्होंने रामविलास की पार्टी को बिहार में ‘ढाई सीट’ लडऩे के काबिल बता दिया था, मामले की नजाकत को भांपते हुए लालू ने अपने विश्वस्त सहयोगी अब्दुल बारी सिद्घिकी को पासवान के घर दिल्ली माफी मांगने भी भेजा, पर चिराग का तर्क था कि लालू के लोग गाली तो सार्वजनिक तौर पर देते हैं और माफी चुपचाप रात के अंधेरे में मांग जाते हैं, आखिर इसका लोगों में क्या संदेश जाएगा? इसके अलावा लालू रामविलास को सिर्फ 4 सीटें देने को राजी थे, वहीं बीजेपी से उनकी 7 सीटों पर बात बन गई, रामविलास को भरोसा है कि बीजेपी के गठबंधन में वे कम से कम बिहार में 5 लोकसभा सीटें जीत सकते हैं। सो, उन्होंने अपनी बंगला में से लालू की लालटेन बाहर निकाल दी, कमल के प्रस्फुटन की आस में। |
Feedback |