वरुण ने ऑक्सफोर्ड को क्यों कहा ’ना’ |
April 07 2023 |
भाजपा नेता वरुण गांधी अपने चचेरे भाई राहुल गांधी से दीगर विदेशी मंचों पर भारत का नया चेहरा-मोहरा पेश करने में किंचित बहुत सावधानी बरत रहे हैं। एक ओर जहां लंदन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय समेत तीन अन्य मौकों पर राहुल गांधी ने भारत में लोकतंत्र को खतरे में बता डाला वहीं वरुण ने ऑक्सफोर्ड यूनियन के उस आमंत्रण को ठुकरा दिया जिसमें उन्हें मोदी के नेतृत्व में भारत कितना सफल है, इस डिबेट यानी वाद-विवाद में हिस्सा लेना था। वरुण को यह आमंत्रण ‘ऑक्सफोर्ड यूनियन’ के प्रेसिडेंट मैथ्यू डिक के ऑफिस से भेजा गया था। वरुण को पहले यह आमंत्रण एक ई-मेल द्वारा प्राप्त हुआ, इसके बाद उनसे मैथ्यू के सहायक सुल्तान खोखर ने फोन पर भी संपर्क साधा। ऐसे वक्त में जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी लंदन जाकर वहां यह अलख जगा रहे हैं कि भारत में लोकतंत्र खतरे में हैं, वरुण का ऑक्सफोर्ड यूनियन के प्रस्ताव के विरोध में बोलने से इंकार करने के कई सियासी माएने निकाले जा सकते हैं। जैसा कि वरुण ने ऑक्सफोर्ड यूनियन को लिखे अपने जवाब में भी कहा है-’मेरा मानना है कि ऐसे विषय देश की परिधि में रह कर और यहां के नीति निर्धारकों के बीच ही उठाए जाने चाहिए, विदेशी मंच इसके लिए उपयुक्त जगह नहीं है।’ वरुण अपनी निजी बातचीत में जोर देकर इस बात को दुहराते हैं कि ‘भारत के बारे में ऐसी नकारात्मक और भ्रामक बातें विदेशी धरती पर कहना एक तरह का राष्ट्रद्रोह ही है।’ पीलीभीत के यह भाजपा सांसद अपने बड़े भाई को एक तल्ख संदेश देना चाहते हैं, और यह बात उनके पार्टी शीर्ष को भी खुश कर सकती है। |
Feedback |