किसकी साइकिल? |
October 30 2015 |
नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री रहते बिहार की स्कूली छात्राओं को थोकभाव में साइकिलें बांटी थी, इस साइकिल वितरण के सकारात्मक नतीजे भी आए, लड़कियों ने भी स्कूल जाने में दिलचस्पी दिखाई। सो, इस साइकिल को आधार बनाकर नीतीश ने कई महत्त्वाकांक्षी प्रचार योजनाओं के डिजाइन करवाए, टीवी विज्ञापन से लेकर प्रिंट कैंपेन तैयार हुए, पर जैसे ही ये कैंपेन बाहर आए समाजवादी पार्टी के लोगों ने उसका बेजा फायदा उठाना शुरू कर दिया और पब्लिक में जाकर कहने लगे, ‘यही साइकिल है हमारा चुनावी निशान।’ साइकिल से जुड़ा यह मीडिया कैंपेन जब डिजाइन हो रहा था तब मुलायम नीतीश-लालू के साथ थे, पर यादव सिंह मामले ने उन्हें पाला बदलने को मजबूर कर दिया, अब वे बिहार में एनसीपी के साथ मिल कर चुनाव लड़ रहे हैं। सो मुलायम के साथ छोड़ते ही नीतीश को अपना ‘साइकिल कैंपेन’ वापिस लेना पड़ा। |
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