थरूर की ठौर मुश्किल में |
October 13 2014 |
सुनंदा पुष्कर की रहस्यमय मौत के मामले में नई मेडिकल रिपोर्ट से शशि थरूर की परेशानियां यकीनन बढ़ गई लगती हैं, अब उनके लिए नई जांच से बच पाना उतना आसान नहीं होगा और न ही सिर्फ मोदी की तारीफें उन्हें बचा पाएगी, इस पूरे मामले में दो अहम बिंदु हैं कि आखिरकार होटल लीला के क्लोज सर्किट कैमरे क्यों नहीं काम कर रहे थे, जो ये रिकार्ड कर पाने में नाकाम रहे कि कौन संदिग्ध सुनंदा के रूम तक आए? यानी होटल की गैलरी में कैमरे उन्हें कैप्चर ही नहीं कर पाए, ऐसे में यह सवाल अहम है कि क्या जान-बूझकर ऐसे होटल में उन्हें ठहराने का इंतजाम किया गया था? और अगर सुनंदा अपने मृत्यु के रात्रि सचमुच इतनी बीमार थीं तो आखिरकार क्यों थरूर उन्हें अकेला छोड़ कर दिनभर के लिए गायब हो गए। सूत्रों का दावा है कि सुनंदा को जिस जहर देने का जिक्र हो रहा है, हो न हो वह एक किस्म का रूसी जहर है, रक्त या विसरा में जिसकी मौजूदगी की थाह पाना बेहद मुश्किल होता है, यही वजह है कि जांच एजेंसियां इस पूरे मामले में किसी विदेशी एजेंसी की भूमिका से भी इंकार नहीं कर रही है। |
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