…और अंत में |
September 06 2015 |
सीटों के बंटवारों में फंस रहे पेंच को लेकर राम विलास पासवान पिछले दिनों नरेंद्र मोदी से मिले और उनके समक्ष गठबंधन धर्म की मुसीबतों का विस्तार से जिक्र किया और प्रधानमंत्री से उन्होंने इस मामले में हस्तक्षेप का आग्रह किया। मोदी ने पासवान की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और दो टूक लहजे़ में कहा-’पासवान जी, चुनाव से संबंधित जो भी बातचीत है वह अमित षाह जी से करें, पार्टी और चुनाव से जुड़े सभी मामलों में उनका ही निर्णय आखिरी होता है।’ बाहर निकलकर व्यथित पासवान ने अपने एक करीबी से अपने उद्गार कुछ यूं व्यक्त किए-’यह अब वाजपेयी जी की भाजपा नहीं, जहां पार्टी में सामूहिक निर्णय होते थे, अब यहां केवल एक मालिक है और एक सेवक। |
Feedback |