| कैबिनेट बर्थ के लिए उठा-पटक |
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May 18 2014 |
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मोदी कैबिनेट में सबसे ज्यादा मार-धाड़ चार मंत्रालयों को लेकर मची है, ये मंत्रालय हैं गृह, वित्त, रक्षा व विदेश। क्योंकि इन संबंधित मंत्रालयों के मंत्री सीसीएस यानी कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्यूरिटी में शामिल हो जाते हैं, इस कमेटी के पांच सदस्य होते हैं, जिसमें इन चारों मंत्रालयों के मंत्रियों के अलावा स्वयं प्रधानमंत्री भी शामिल रहते हैं, इसे अनौपचारिक तौर पर रायसिना हिल भी कहा जाता है, जिसके अंतर्गत नार्थ और साउथ ब्लॉक आते हैं, यह कमेटी इस मायने में भी महत्त्वपूर्ण है कि इसके जिम्मे राष्टï्रीय सुरक्षा और न्यूक्लीयर पॉवर जैसे मुद्दों की देख-रेख भी शामिल हैं। जहां तक मोदी की बात है वे नहीं चाहते कि इन चारों में से किसी भी मंत्रालय में कोई ऐसा मंत्री आ जाए जो बात-बेबात उनकी राय को धत्ता बताए। चुनांचे यही वजह है कि मोदी गृह मंत्रालय अपने पास रखना चाहते हैं। रक्षा मंत्रालय को लेकर सुषमा व राजनाथ दोनों के ही दावे मजबूत हैं, हालांकि राजनाथ की पहली पसंद गृह मंत्रालय हैं, ऐसे में अगर मोदी गृह अपने पास रख लेते हैं तो फिर वे रक्षा के लिए दांव चलेंगे, वित्त मंत्रालय को लेकर अरुण जेतली और अरुण शौरी दोनों के अपने दावे हैं, पर मोदी देश को एक ऐसा वित्त मंत्री देकर चौंका सकते हैं, जिनकी नाम की चर्चा अभी सुनी नहीं जा रही। विदेश को लेकर भी सुषमा व जेतली के अपने दावे हैं। पर आखिरी फैसला तो देश के नए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही लेना है। |
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