कांग्रेस को नहीं मिल रहा खेवनहार |
January 19 2016 |
सिर्फ भाजपा ही क्यों कांग्रेस जैसी सवा सौ साल पुरानी पार्टी का भी यूपी से बोरिया-बिस्तर सिमट रहा है। शायद यही वजह है कि यूपी में पार्टी की डूबती नैया को किनारे लगा सकने वाला कोई खेवनहार नहीं मिल रहा है, सूत्र बताते हैं कि पिछले कुछ समय में राहुल गांधी के ऑफिस ने यूपी से कांग्रेस का सिरमौर बनाने के लिए कम से कम चार बड़े नेताओं से संपर्क साधा है, पर ये नेतागण कोई न कोई बहाना कर यूपी में कांग्रेस की सरपरस्ती से कन्नी काट रहे हैं। कांग्रेस से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्र बताते हैं कि सबसे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री आर पी एन सिंह से संपर्क साधा गया पर उन्होंने प्रदेश की कमान संभालने में असमर्थता जता दी, पार्टी ने इसके बाद प्रदीप जैन आदित्य, जफर अली नकवी और रीता बहुगुणा जोशी से बात की, पर इन तीनों की ओर से भी कोई उत्साहवर्द्धक संदेश नहीं आया। ले देकर सिर्फ एक जितिन प्रसाद ही बचते थे जिन्होंने स्वयं राहुल से मिलकर यूपी की बागडोर थामने की इच्छा जताई, पर राहुल की ओर से उन्हें कोई उचित आश्वासन प्राप्त नहीं हुआ है। सूत्र इसकी वजह बताते हैं कि जब 14 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी गत हुई तो जितिन गुपचुप रूप से अमित शाह से मिलने जा पहुंचे और उनसे राज्यसभा की मांग कर डाली, जब वहां उनकी दाल नहीं गली तो वे एक बार सपा का आंगन भी झांक आए, इस बात को राहुल अब भी पचा नहीं पा रहे हैं। |
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