सोनिया के प्यारे तेजपाल |
December 22 2013 |
तरुण तेजपाल के नाम पर भले ही आदिम जाति के इतिहास को ठंडा पसीना आ रहा हो पर एक वक्त था जब वे कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के खासे लाडले हुआ करते थे। शायद यही वजह थी कि सोनिया ने तेजपाल को प्रसार भारती के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (निदेशक मंडल) में रखवाने के लिए प्रधानमंत्री को सिफारिशी पत्र भी लिखा था, पर प्रसार भारती की गाइड लाईंस के मुताबिक किसी को भी इसके बोर्ड का डायरेक्टर तभी बनाया जा सकता है जब वह पहले से बोर्ड का मेंबर हो। इस नाते तेजपाल को बेहद तेजी दिखाते हुए प्रसार भारती बोर्ड का मेंबर नियुक्त कर दिया गया था और बोर्ड ने उतनी ही तेजी से तेजपाल की बहन नीना शर्मा तेजपाल के उस प्रस्ताव को हरी झंडी भी दे दी थी, जिसमें हिंदी सिनेमा के सौ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का निर्माण करना था, 49 एपिसोड की तो तुरंत मंजूरी भी मिल गई थी और मेहरबानी का आलम यह था कि तेजपाल की कंपनी को प्रसार भारती की लाईब्रेरी से सिनेमा के मुफ्त फुटेज लेने की अनुमति भी दे दी गई थी। पर जैसे ही अपनी सहकर्मी के यौन शोषण मामले में तेजपाल शर्मसार हुए, प्रसार भारती ने उतनी ही तेजी दिखाते हुए तेजपाल की कंपनी को आबंटित कार्यक्रम रद्द कर दिए। सोनिया की तेजपाल से पहचान भी अब दूर की कौड़ी हो गई है, तेजपाल के करीबी कांग्रेसी मंत्री भी अब उनसे पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं। |
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