शिवराज का राज द्विविधा का शिकार |
June 06 2020 |
मध्य प्रदेश के भगवा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसी एक जून को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करना चाहते थे। काफी माथा-पच्ची करने के बाद उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए मंत्रियों की एक लिस्ट फाइनल की थी और उसे स्वीकृति के लिए दिल्ली भेज दिया था। पर भाजपा शीर्ष की ओर से अब तक इस लिस्ट को हरी झंडी नहीं मिल पाई है। वैसे भी इस दफे मंत्रियों के नाम फाइनल करना शिवराज के लिए आसान न था, क्योंकि कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए कई सिंधिया वफादार मंत्री बनने की कतार में हैं। इसके लिए शिवराज को अपने कई वफादारों के नाम काटने पड़े। जैसे शिवराज ने अपने विश्वासपात्र और पूर्व नेता प्रतिपक्ष सागर गोपाल भार्गव को स्पीकर पद ऑफर किया जिसके लिए भार्गव ने सीधे मना कर दिया है। लॉकडाउन के इस दौर में शिवराज को पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार के मंत्रियों से घर खाली कराने में भी पापड़ बेलने पड़ रहे हैं। क्योंकि कमलनाथ ने सरकार में आते ही मंत्रियों के बंगलों की साज-सज्जा पर 38 करोड़ से ज्यादा रूपए फूंक दिए थे, अब उनके वे वफादार सरकारी घर छोड़ना नहीं चाहते। लेकिन कमलनाथ स्वयं 6 श्यामला हिल स्थित अपना मुख्यमंत्री का बंगला खाली |
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