शुक्ला की जगह शशांक |
October 06 2015 |
बीसीसीआई के नए अध्यक्ष के तौर पर एकबारगी राजीव शुक्ला का नाम तय माना जा रहा था, क्योंकि उन्हें उस जेटली गुट का समर्थन हासिल हैं जिनके पास 16 वोट बताए जाते हैं, पर ऐन वक्त अमित षाह ने शुक्ला जी के परिदृष्य को धुंधला कर दिया। षाह का जेटली से कहना था कि वे किसी कांग्रेसी का इस पद के लिए कैसे समर्थन कर सकते हैं। ऐसे में चतुर सुजान अनुराग ठाकुर षषांक मनोहर का नाम सामने लेकर आए, शशांक को षरद पवार गुट का समर्थन हासिल है, जिनके जिम्मे मात्र 3 वोट हैं। सनद रहे कि अनुराग की पवार पुत्री सुप्रिया सूले से गहरी छनती है। समझा जाता है कि सुप्रिया ने ही नागपुर के वकील शशांक का नाम आगे किया, जो पहले भी एक टर्म बीसीसीआई के अध्यक्ष रह चुके हैं। इस दौरान षाह और मनोहर की कभी पटी नहीं, क्योंकि मनोहर ने अहमदाबाद को मैच देने के लिए मनाही कर दी थी। वहीं भाजपा के जुड़े एस. गुरूमूत्र्ति, सुब्रह्मण्यम स्वामी और ज़ी के सुभाश चंद्रा श्रीनिवासन के लिए लाॅबिंग कर रहे हैं कि उनके आईसीसी की विकेट कैसे बचाई जाए। जाहिर है इन परिस्थतियों में सबसे निराष अरूण जेटली ही जान पड़ते हैं, जो हाथ आए इतने स्वर्णिम मौके के बाद भी अपने परम मित्र राजीव शुक्ला को बीसीसीआई की गद्दी पर नहीं बिठा पाए। |
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