आनंद से नहीं सर्बानंद |
April 08 2016 |
असम में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार व केंद्रीय मंत्री सर्बांनंद सोनोवाल अपने विधानसभा सीट मजूली में उलझ गए लगते हैं। सनद रहे कि मजूली एक ऐसा क्षेत्र है जो ब्रह्मपुत्र नदी के कटाव का षिकार है, यूनेस्को की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगर वहां स्थितियां न सुधरी तो एक दिन ब्रह्मपुत्र पूरी तरह से मजूली को निगल लेगा। दरअसल, सामाजिक कार्यकर्त्ता संजय घोश और छात्र नेता सौरव बोरा की हत्या के मामले में राजनैतिक विरोधियों ने सोनोवाल का नाम उछाल दिया है। इसके अलावा राज्य के एक प्रमुख क्षत्रप हेमंत बिस्व सरमा जो हालिया दिनों में भाजपा में शामिल हुए हैं, उनसे भी सोनोवाल का छत्तीस का आंकड़ा है। इसके अलावा तमाम समझाने-बुझाने के बाद भी भाजपा के 25 और अगप के 14 बागी उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतर गए हैं। सोनोवाल स्वयं मजूली से चुनावी मैदान में हैं, जहां उन्हें एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है, नतीजन वे मजूली से बाहर निकल ही नहीं पा रहे हैं, जिससे वे भाजपा के अन्य 87 उम्मीदवारों के पक्ष में भी चुनाव प्रचार कर सके, विरोधियों की यह रणनीति असम में कामयाब होती दिख रही है। |
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