संजय जोशी की वापसी? |
December 15 2015 |
बिहार चुनावों के नतीजों ने मानो संघ को एक नई संजीवनी देने का काम किया है, मोदी- शाह जोड़ी के समक्ष अमूमन चुप्पी साध लेने वाले संघ नेताओं का अंदाज किंचित बदल गया है, उनके बात बताने और समझाने का तरीका भी बदल गया है, चुनांचे मामला चाहे बंगाल में अपनी पसंद के एक पुराने स्वयंसेवक दिलीप घोष को पार्टी की कमान दिलवाने का हो या ठंडे बस्ते में पड़े संजय जोशी को एक नए सियासी अवतार में सामने लाने की व्यूह रचना गढ़ने की। संघ से जुड़े विश्वस्त सूत्रों का दावा है कि बहुत जल्दी सियासी निर्वासन की पीड़ा झेल रहे संजय जोशी की धूम-धड़ाके के साथ वापसी हो सकती है और उन्हें भाजपा की ओर से यूपी का इंचार्ज बनाया जा सकता है। सूत्र यह भी खुलासा करते हैं कि संजय जोशी को लेकर संघ के तीनों शीर्ष नेताओं यानी मोहन भागवत, भैय्याजी जोशी और दत्तात्रेय होसबोले ने स्वयं नरेंद्र मोदी से संवाद स्थापित किया और कहीं न कहीं उन्हें यह समझाने में कामयाब रहे कि अब पुराने वैर भुलाने का समय आ गया है, सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं, जोशी गुजरात में भी उतने ही मददगार साबित हो सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि इस मसले पर होसबोले ने संघ और मोदी के बीच सेतु का काम किया, कहते हैं दबे-छुपे तौर पर जैसे ही यह सूचना लीक हुई, पूरे अहमदाबाद में ’संजय जोशी लाओ भाजपा बचाओ’ वाले पोस्टर लग गए। |
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