क्षत्रपों पर लगाम |
June 01 2014 |
मोदी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष यह बिल्कुल साफ कर दिया है कि वे पार्टी क्षत्रपों की मनमानी के आगे घुटने नहीं टेकेंगे, शायद यही वजह है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सियासी शह-मात के खेल में उलझाए रखने के लिए मोदी मध्य प्रदेश से नरेंद्र सिंह तोमर (जिन्हें वे अपने मंत्रिमंडल में भी लेकर आए हैं) और कैलाश विजयवर्गीय की सियासी महत्त्वाकांक्षाओं को हवा दे रहे हैं। वसुंधरा राजे पर चेक एंड बैलेंस रखने के लिए ओम माथुर और घनश्याम तिवाड़ी जैसे पार्टी नेताओं को महत्त्व मिलना शुरू हो गया है। धूमल परिवार पर नार रखने के लिए शांता कुमार को पार्टी संगठन में एक महती भूमिका दी जा सकती है। मनोहर परिक्कर की कार्यशैली से मोदी अमूमन खुश रहते हैं, रमण सिंह भी वक्त के हिसाब से सियासी ढांचे में फिट हो जाने वाले नेताओं में से हैं, बिहार के लिए मोदी सुशील मोदी की जगह नया चेहरा तलाश रहे हैं। झारखंड में भी अर्जुन मुंडा के समांतर किसी को खड़ा किया जा सकता है। हरियाणा में भी एक नए चेहरे की तलाश शुरू हो गई है। महाराष्ट्र में मोदी को कोई ऐसा नेता चाहिए जो शिवसेना और मनसे में संतुलन साधने की बाजीगरी दिखा सके। |
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