राव का टै्रक-रिकार्ड |
February 08 2014 |
पी.पी.राव सिर्फ 10 जनपथ से नजदीकियां की वजह से ही सुर्खियों में नहीं रहे हैं, सुर्खियों ने कई-कई बार उनका पीछा किया है, अब दिनाकरण का मामला ही ले लें, इस मामले में राव ‘एमिनेंट ज्यूरी’ वाली कैटेगरी में नियुक्त हुए थे और इससे भी उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। सनद रहे कि दिनाकरण ने पी.पी.राव की नियुक्ति को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, दिनाकरण की दलील थी कि ‘राव बतौर वकील मुझे (दिनाकरण को) एडवाइस किया करते थे, सारी फाईलों को उन्होंने देखा है और मेरे खिलाफ वह पहले ही ‘मेमोरेंडम’ पर साइन कर चुके हैं, लिहाज़ा जो व्यक्ति पहले ही मुझे दोषी ठहरा चुका है, वह मेरे मामले में जज़ कैसे हो सकता है?’ इस पर सुप्रीम कोर्ट ने राज्यसभा के चैयरमैन को हिदायत दी कि राव की जगह किसी दूूसरे जज को नियुक्त किया जाए। ताज़ा मामले में भी यह देखा जाना भी जरूरी है कि क्या राव के लिए लोकपाल बनने की राह अब भी उतनी ही आसान है? |
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