राहुल की रिसर्च टीम 200 से 10 पर |
October 26 2014 |
क्या राहुल गांधी ने अतीत की गलतियों से सबक लेना शुरू कर दिया है और बदली राजनैतिक परिस्थितियों में अपने नए सलाहकार की खोज में जुट गए हैं, जो उनके लिए और उनकी सवा सौ साल पुरानी पार्टी के लिए नई रणनीतियां बुन सकें। राहुल के हालिया फैसलों में उनके इस नए संकल्प की छाप दिखाई पड़ रही है, मसलन उनकी रिसर्च टीम का आकार अब बेहद छोटा हो गया है, पहले जहां इसमें 200 से ज्यादा लोग काम करते थे, अब ताजा छंटनी अभियान के बाद रिसर्च टीम के सदस्यों की संख्या घटकर अब महज 10 रह गई है। सनद रहे कि राहुल की इस रिसर्च टीम के लोगों को मोटी पगारों पर रखा गया था। राहुल पर लगातार यह दबाव बन रहा है कि वे ‘फुस्स’ साबित हुए अपने राजनैतिक सलाहकारों मसलन मधुसूदन मिस्त्री, मोहन प्रकाश जैसे लोगों से तौबा करें और अपने लिए सलाहकारों की एक नई टीम बनाएं। |
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