घटक दलों ने भी राहुल को नेता माना |
November 13 2017 |
एक वक्त था जब यूपीए के मित्र और घटक दल राहुल गांधी को अपना नेता मानने को तैयार नहीं हो रहे थे। लोग भूले नहीं होंगे जब सोनिया गांधी ने कई महत्वपूर्ण विपक्षी नेताओं को अपने घर भोजन पर न्यौता था, तो उसमें सीताराम येचुरी समेत कई प्रमुख विपक्षी नेताओं ने राहुल की जगह विपक्षी एका के प्रतीक पुरूष के तौर पर नीतीश कुमार का नाम आगे रखने की सलाह दी थी, पर सोनिया इस बात पर राजी नहीं हुई थीं। पर हालिया कुछ दिनों में राहुल गांधी भारतीय राजनीति में एक नए अवतार में सामने आए हैं। लोगों में न सिर्फ उनकी स्वीकार्यता बढ़ी है अपितु उन्हें एक अलग राजनीति के सूत्रधार के तौर पर भी देखा जा रहा है। अब तो शरद पवार जैसे नेताओं ने भी सार्वजनिक मंचों से राहुल गांधी की तारीफ में कसीदे पढ़ने शुरू कर दिए हैं। अभी चंद रोज पूर्व मुंबई में टीवी पत्रकारों की एक संस्था के जलसे में पवार ने साफ कर दिया कि उनका एनडीए में शामिल होने का या भाजपा के साथ जाने का कोई इरादा नहीं है। पवार का कहना था कि राहुल गांधी अब एक बदले रूप में सामने आए हैं और लोग उन्हें मोदी के विकल्प की तौर पर देखने लगे हैं।’ सनद रहे कि अब से पहले षरद पवार राहुल के बजाए सीधे सोनिया से राजनैतिक बातें करने में दिलचस्पी रखते थे। |
Feedback |