राहुल सब समझते हैं |
February 12 2017 |
किसी बात से नाराज़ तो हैं राहुल गांधी जो उन्होंने कांग्रेस पार्टी की एक अहम बैठक में आने से मना कर दिया और कह दिया कि वे यूपी में चुनाव प्रचार में बिजी हैं। उन्हें ब्रीफ करने और साथ ही मनाने के लिए कांग्रेस के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद को भेजा गया। सूत्र बताते हैं कि गुलाम नबी ने राहुल के घर पहुंच कर सबसे पहले उन्हें यह सूचना दी कि अब तो अखिलेष ने भी कह दिया है कि सपा-कांग्रेस का यह गठबंधन 2019 तक जारी रहेगा। पर इस बात पर खुष होने के बजाए राहुल उखड़ गए, बोले कभी-‘कांग्रेस देष की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी हुआ करती थी। आज उसे दक्षिण में किसी द्रविड़ पार्टी का सहारा चाहिए होता है। यूपी में 2019 में हम सपा के जूनियर पाटर्नर बनकर लड़ेंगे और वे हमें मेहरबानी करके गठबंधन की 20 सीटें दे देंगे, बिहार में भी महागठबंधन की हमें 6 सीटें मिल जाएंगी, झारखंड में 4, फिर क्या बचेगा हमारे पास, 2019 में हम बस गिनती की सीटों पर ही लड़ पाएंगे, आखिर कब तक हम पैरासाइट बनकर जीएंगे।’ राहुल की बातों में दम था, गुलाम नबी ने भी समझ लिया कि हालिया दिनों में राहुल की राजनीतिक परिपक्वता में इज़ाफा हुआ है। |
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