प्रियंका लाओ का फिर उठा शोर |
November 30 2015 |
यूपी विधानसभा चुनाव हालांकि वर्ष 2017 की शुरूआत में होने वाले हैं, पर सियासी आहटों का बाजार अभी से गर्म है। यूपी चुनाव को लेकर कांग्रेस में भी सरगर्मियां बढ़ गई है। पिछले दिनों नई दिल्ली के हिमाचल भवन में यूपी के प्रमुख कांग्रेसी नेताओं का एक बड़ा जमावड़ा जुटाए, सू़त्रों की माने तो यूपी के कई कद्दावर कांग्रेसी नेताओं मसलन रीता बहुगुणा जोशी, संजय कपूर और अबरार रिज़वी ने प्रियंका लाओ कांग्रेस बचाओ का अपना पुराना खटराग अलापना शुरू किया, तो इस पर यूपी कांग्रेस के एक प्रमुख दलित नेता पी एल पूनिया उखड़ गए और उन्होंने किंचित तल्खी से कहा कि राहुल जी अभी देश देख रहे हैं, यूपी भी देख रहे हैं और हमें उनके ही नेतृत्व पर पूरा भरोसा है, सो 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की कमान उनके पास ही रहनी चाहिए। वहीं रीता बहुगुणा समेत कई अन्य नेताओं के विचार थे कि राहुल गांधी को राष्ट्रीय राजनीति का केंद्र बने रहना चाहिए और उन्हें यूपी में तभी झोंकना चाहिए जब तक कि ऐसा करना पार्टी के लिए बहुत जरूरी न हो। चुनांचे अगर प्रियंका को यूपी के आने वाले चुनाव में नेतृत्व की बागडोर सौंपी जाती है तो पार्टी संगठन में एक नई जान फूंक सकती हैं। अब ये दोनों ही पक्ष अपने.अपने विचारों से पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को वाकिफ कराने वाले हैं, क्योंकि आखिरी निर्णय तो एक मां का ही होना है। |
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