…और अंत में |
April 24 2017 |
बाबरी मस्जिद पर कोर्ट के ताजा फैसले से (करीब एक दर्जन नेताओं पर फिर से मुकदमा चलेगा) तो कभी पीएम इन वेटिंग और अब प्रेसिडेंट इन वेटिंग कहे जाने वाले अडवानी की उम्मीदों को करारा झटका लगा है। इस जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए माना जा रहा था कि अडवानी की दावेदारी भी बुलंद थी। पर अडवानी खेमे ने अभी भी हथियार नहीं डाला है, अडवानी समर्थकों का तर्क है कि कोर्ट के ताजा फैसले के बाद भी अगर उमा भारती नैतिक आधार पर मंत्रिपद से इस्तीफा नहीं दे रही हैं तो फिर अडवानी जी भी तो राष्ट्रपति पद के लिए एकदम ’फिट’ हैं। क्या अडवानी वाकई राष्ट्रपति पद के लिए एकदम ’फिट’ है, इसका आखिरी निर्णय तो नरेंद्र मोदी को ही लेना है। (एनटीआई-gossipguru.in) |
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