मुसीबत में हेमंत |
August 18 2017 |
भगवा सियासत के हालिया अभ्युदय में मीडिया के वे चंद सितारे जो धूमकेतु सा चमके उनमें से इंडिया टीवी फेम के हेमंत शर्मा का नाम सबसे ऊपर लिया जा सकता है। पिछले दिनों जब पत्रकार शर्मा ने दिल्ली में अपनी पुत्री का विवाह किया तो दिल्ली की सत्ता के बड़े-बड़े बाजीगरों की उसमें उपस्थिति देखी गई, इस विवाह से जुड़े कोई आधा दर्जन कार्यक्रम हुए, जब विवाह समारोह संपन्न हुआ तो उसमें स्वयं प्रधानमंत्री पधारे और काफी देर तक इसमे रहे। कहते हैं सपा नेता रामगोपाल यादव, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के सर्वशक्तिमान अमित शाह से हेमंत शर्मा के बेहद करीबी रिश्ते हैं। राम गोपाल और उनके पुत्र को उम्मीद थी कि यादव सिंह मामले से उन्हें उबारने में शर्मा जी एक तारणहार के तौर पर अवतरित होंगे, ऐसा हुआ भी। पर पिछले दिनों स्वयं शर्मा सीबीआई के हत्थे चढ़ गए। विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि इनकी ऊंची पहुंच को देखते हुए सीबीआई अब तलक इनका नाम इस मामले में चाह कर भी घसीट नहीं पाई है। पर एक शिक्षण व मेडिकल संस्थान चलाने वाले शख्स की गवाही पर शर्मा जी भी शक के दायरे में आ गए हैं। सूत्र तो यह भी बताते हैं कि फिलवक्त इंडिया टीवी ने भी उनसे किंचित दूरियां बना ली है। रोज बरोज इनका खैर मकदम पूछने वाले शाह भी कन्नी काटते नजर आ रहे हैं। वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी हैं जो यादव सिंह मामले की जांच में तेजी चाहते हैं, दरअसल, योगी एक तीर से दो शिकार करना चाहते हैं, एक तो वे यादव परिवार से अपना हिसाब-किताब चुकता करना चाहते हैं, वहीं दूसरी ओर कहीं न कहीं उनके निशाने पर शर्मा भी हैं, क्योंकि एक वक्त तो हेमंत ने अपने अभिन्न मित्र मनोज सिन्हा को यूपी का सीएम बना ही दिया था, चुनांचे अब मौका पलटवार का है। |
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