नीतीश को लग सकता है भगवा झटका |
May 20 2020 |
प्रवासी बिहारी मजदूरों की कथित उपेक्षा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारी पड़ सकती है। भाजपा समर्थित एक ऑनलाइन सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि जब से लॉकडाउन की घोषणा हुई है उस काल में नीतीश की लोकप्रियता में भयंकर गिरावट दर्ज हुई है। इस सर्वे में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि अगर नीतीश आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा से अलग हट कर अकेले चुनाव लड़ते हैं तो उनके 20 विधायक भी बमुश्किल चुनाव जीत पाएंगे। अगर नीतीश-भाजपा के साथ मिल कर चुनाव में जाते हैं तो जदयू के उम्मीदवारों की जीत की संभावना जहां 40 से 50 फीसदी है, वहीं भाजपा उम्मीदवारों के जीत का प्रतिशत 70-72 प्रतिशत हो सकता है। अब भाजपा जदयू में सीटों के बंटवारे का पेंचोखम भी उलझ सकता है, जहां नीतीश भाजपा के मुकाबले अपने लिए बंटवारे में भगवा पार्टी से 15-20 सीटें ज्यादा चाहते हैं, वहीं भाजपा अब बराबर-बराबर सीटों के फार्मूले पर जोर लगा सकती है। अगर नीतीश अपने बड़े भाई के रूतबे पर अड़े रहे तो भाजपा उन्हें लड़ने के लिए सांकेतिक रूप से 2-5 सीटें ज्यादा दे सकती है, इस शर्त के साथ कि मुख्यमंत्री का फैसला तो निर्वाचित विधायकों द्वारा ही होगा। |
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