मंत्री बिना काम के |
March 01 2016 |
चूंकि हरियाणा में जाट आरक्षण के आंदोलन की बानगी पर जाट बनाम गैर जाटों में एक तरह से अघोषित जंग छिड़ी हुई थी, सो केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने इस मसले पर चर्चा के लिए हरियाणा के अपने तीन साथी सांसदों को अपने दफ्तर चाय पर आमंत्रित किया और इत्तफाक से इन तीन सांसदों में एक पंजाबी, एक ब्राह्मण और एक सैनी थे। सांसदगण जब राव साहब के कमरे में पहुंचे तो देखकर हैरान रह गए कि मंत्री महोदय के दफ्तर की मैज एकदम से चकाचक साफ थी, फाईलों की बात तो जाने दीजिए, एक कागज का अदना सा टुकड़ा भी कहीं उस पर नज़र नहीं आ रहा था। सांसदगणों ने राव साहब से जानना चाहा कि बतौर मंत्री क्या वाकई उनके पास काम नहीं है? उनके पास फाईलें आती नहीं है? तो सांसदगणों को बताया गया इसमें हैरान होने की क्या बात है, उनके सीनियर मनोहर पर्रिक्कर का कमरा भी उन्हें इतना ही साफ सुथरा मिलगा। यह मोदी के ’स्वच्छ भारत अभियान’ की धमक है या इन दिनों रक्षा मंत्रालय के सारे काम-काज स्वयं पीएमओ ही निपटा रहा है? |
Feedback |