मेघवाल बनाम निहाल |
March 15 2015 |
राजस्थान से आने वाले दो भगवा नेताओं अर्जुन मेघवाल और केंद्रीय राज्य मंत्री निहालचंद में बेतरह ठन गई है। ये दोनों ही नेता मेघवाल समाज से ताल्लुक रखते हैं, दोनों ही जाति के दलित हैं। अर्जुन मेघवाल का दर्द उनका केंद्र में मंत्री नहीं बन पाने की वजह से है, उन्हें लगता है कि चूंकि वे प्रशासनिक सेवा से आए हैं, शासन चलाने का उन्हें पूर्व अनुभव है, चुनांचे वे निहालचंद की तुलना में कहीं योग्य मंत्री साबित होते। रही बात निहालचंद की तो उन्हें भले ही वसुंधरा राजे का साथ मयस्सर नहीं, पर उन्हें भाजपा के एक प्रभावशाली नेता और मोदी करीबियों में शुमार होने वाले ओम माथुर का वरदहस्त प्राप्त है। सूत्र बताते हैं कि सबसे पहले मेघवाल दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेताओं से मिले और कथित तौर पर उनसे कहा कि निहालचंद के पास काफी ऐसी जमीनें हैं जिसको उन्होंने ‘डिक्लेयर’ नहीं किया है, समझा जाता है कि मेघवाल ने भाजपा के बड़े नेताओं को इसकी सूची भी सौंपी है। इसके जवाब में निहालचंद ने पार्टी के बड़े नेताओं से मिलकर उनसे कथित तौर पर मेघवाल की शिकायत करते हुए कहा कि उनके (निहाल)के नाम पर एक मोबाइल कनेक्शन लेकर उससे अनाप-शनाप मैसेज भेजे जा रहे हैं, निहाल को शक है कि इसमें मेघवाल का हाथ हो सकता है। अब पार्टी कोशिश कर रही है कि इन दोनों नेताओं के झगड़े की खबर मीडिया में कहीं लीक न हो जाए, सो इन दोनों को समझाया-बुझाया जा रहा है कि वे आपस में मिल बैठकर मामला निपटा लें, समझौता कर लें। |
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