मेनका ने जीता दिल

June 12 2016


मौजूदा सियासत में जहां राजनेता जन सरोकारों से जुड़े मुद्दों पर भी सीधे बोलने से कतराते हैं, वहीं गांधी परिवार की छोटी बहू व केंद्रीय महिला व बाल कल्याण मंत्री मेनका गांधी का मूक जानवरों के लिए अपने साथी मंत्री से रार ठान लेना कोई मामूली घटना नहीं है। सूत्र बताते हैं कि वन व पर्यावरण मंत्रालय कई राज्यों से जानवरों को मारने का अपना फरमान वापिस लेने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक पांच देशों की यात्रा से लौट कर प्रधानमंत्री ने इस मामले पर गंभीर संज्ञान लेते हुए अपने मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को कड़ी फटकार लगाई है। प्रधानमंत्री को दी गई खुफिया रिपोर्ट में भी इस बात का दावा हुआ है कि हैदराबाद के जिन मुस्लिम शिकारियों को बिहार सरकार ने नील गायों को मारने का ठेका दिया है, उनका अतीत कहीं न कहीं दागदार रहा है, और इनके सूत्र ‘पोचिंग’ से भी जुड़े रहे हैं। किसानों की फसलों को बर्बाद करने का तोहमत लगा अकेले बिहार में नील गाय को ’वर्मिन’ घोषित कर ढाई सौ से ज्यादा नील गायों का कत्लेआम कर दिया गया, जो यूपी में बीफ की राजनीति पर सियासी रोटियां सेंकने को आतुर भाजपा के लिए कतई माकूल नहीं है। वहीं चंद्रपुर में प्रोफेशनल शूटर को किराए पर लेकर 200 से ज्यादा जंगली सूअर मार दिए गए हैं। गुजरात में जहां राष्ट्रीय पक्षी मोर का कत्लेआम हुआ है, वहीं हिमाचल में बंदरों को मारने की इजाजत दे दी गई, तो पश्चिम बंगाल में हाथियों को मारने की छूट दे दी गई है, इंसानी हैवानियत को कानूनी जामा पहनाने की इससे बड़ी वारदात और क्या हो सकती है?

 
Feedback
 
Download
GossipGuru App
Now!!