ताज बचाने में लगे हैं महाराज |
November 09 2020 |
मध्य प्रदेश के 28 सीटों के उप चुनाव महाराज यानी ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए परेशानियों का नए सबब बन गए हैं, एक बार तो वे रूठ कर दिल्ली स्थित अपने घर में कैद हो गए थे, अब बाहर निकले हैं और अपने वफादारों के लिए चुनाव में ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं तो उनका दर्देदिल बाहर आ रहा है। अपने करीबी पत्रकार मित्रों से बातचीत में वे अपने दिल का हाल बयां करते हुए कह रहे हैं कि जब तक वे कांग्रेस में थे तमाम चुनावी पोस्टरों पर राहुल गांधी के बराबर में बस उन्हीं की तस्वीर लगती थी, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जैसे बड़े नेताओं की तस्वीरों के साइज भी उनकी तस्वीर से छोटे हुआ करते थे, जब से भाजपा में आए हैं एक पोस्टर पर दर्जनों अंडाकार वृत्त में तस्वीरें होती हैं, जिनमें से एक चेहरा उनका भी होता है। जबकि भाजपा के कई पोस्टरों से तो उनका चेहरा भी नदारद हो जाता है, जहां केवल मोदी, शाह और शिवराज के चेहरे पोस्टरों में प्रमुखता से छापे जाते हैं। ग्वालियर संभाग में तो उनके वफादार उनका ख्याल जरूर रख लेते हैं पर लगता है पार्टी की प्रदेश इकाई को उनकी इतनी परवाह नहीं। सूत्रों की मानें तो मध्य प्रदेश के उप चुनावों में कांग्रेस भाजपा को कड़ी टक्कर दे रही है, पर शिवराज को अपनी सरकार बचाने के लिए मात्र नौ सीटों की जरूरत है, लगता है भाजपा यह आंकड़ा आसानी से छू पाएगी। माना जाता है कि सिंधिया के अब भी राहुल और सोनिया से अच्छे ताल्लुकात हैं, उनकी असल समस्या कमलनाथ और दिग्विजय को लेकर है और वैसे भी सियासत अबूझ संभावनाओं का खेल है, कौन कब पलटी मार जाए कहना मुश्किल है। |
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