लालू की दाल नहीं गली |
November 05 2012 |
इस दफे के केंद्रीय मंत्रिमंडल े फेरबदल से कोई शख्स अगर सबसे ज्यादा ंखफा है तो वे हैं सोनिया गांधी के माउथपीस माने जाने वाले लालू प्रसाद यादव। इस दफे केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए लालू सचमुच बेकरार थे। सूत्र बताते हैं कि उन्होंने कई माध्यमों से सोनिया गांधी के पास इस आशय का पैग़ाम भिजवाया था, यहां तक कि सोनिया से मिलने का समय भी मांगा था। कहते हैं लालू ने सोनिया को यह संदेशा भी भिजवाया था कि इस दफे का लोकसभा चुनाव वे कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ने को तैयार हैं। लालू ने अपनी ओर से बिहार की 40 लोकसथा सीटों में से 12 पर कांग्रेस को लड़वाने की बात भी कही थी, पर सोनिया-लालू का दिल नहीं पसीजा। खासकर, राहुल बिहार चुनाव में लालू से किसी भी प्रकार के गठबंधन के सख्त खिलाफ हैं। शायद यही वाह रही हो कि इतने कद्दावर नेता लालू को सोनिया ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले मिलने का भी वक्त नहीं दिया। |
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November 22nd, 2012
That’s a cunning asnewr to a challenging question