लाडवा का लेबर पेन |
May 17 2015 |
असफलता हमेशा पीछे से आवाज देती है, सफलता सामने से पुकारती है, 2014 के चुनावों में मोदी के चुनावी अभियान को एक नई धार देने वाले मनोज लाडवा इस बार ब्रिटेन में सियासी हवा के रुख को भांपने में चूक गए। लंदन में रहने वाले लाडवा ने अपना सारा दांव लेबर पार्टी व एड मिलीबैंड पर लगा दिया था, क्योंकि एक वक्त चुनाव पूर्व सर्वेक्षण लेबर पार्टी की मामूली बढ़त दिखाने लगे थे। भाजपा के कई बड़े नेता लाडवा के सौजन्य से लेबर पार्टी के संसर्ग और भरोसे में थे। लंदन में रहने वाले अप्रवासी भारतीयों को लेबर पार्टी के पक्ष में लामबद्द करने के कई भगवा उपक्रम भी साधे गए थे, पर जैसे ही वहां की जनता ने जेम्स कैमरून और उनकी कंजरवेटिव पार्टी के पक्ष में फैसला सुनाया लाडवा इन दिनों मुख्य सियासी परिदृश्य से ओझल हो गए हैं। वे इन दिनों कहां है, किसी को कानों कान खबर नहीं। |
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