जेटली बनाम राजन |
July 12 2015 |
भारत में आर्थिक मंदी आने की चेतावनी रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन के लिए अनायास नहीं थी, सूत्र बताते हैं कि उन्होंने मोदी सरकार पर दबाव बनाने की नीयत से ऐसा किया, क्योंकि आने वाले दिनों में उनके कार्यकाल की मियाद खत्म होने वाली है और वित्त मंत्री अरूण जेटली उन्हें एक्सटेंषन दिए जाने के पक्षधर नहीं क्योंकि देष की आर्थिक नीति को लेकर राजन व जेटली की राय पहले से अलग-अलग है। जेटली चाहते थे कि बैंकों के ब्याज दर में और कटौती की जाए, वहीं राजन की चिंता बढ़ती हुई मुद्रास्फीति को लेकर है। जेटली चाहते हैं कि बकाया वसूली के काम में किसी एजेंसी की मदद ली जाए, वहीं राजन की राय इससे अलग है। जेटली की राय में उन्हें ऐसा आर्थिक विकास चाहिए जो मोदी सरकार के राजनैतिक एजेंडे को भी साथ लेकर चल सके, इस बात से राजन सहमत नहीं बताते जाते हैं। सो, मोदी सरकार राजन की जगह रिवर्ज बैंक के अगले गवर्नर की तलाष में जुटी है। |
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