जेतली के पास अपने लिए वक्त नहीं |
July 20 2014 |
अरुण जेतली मोदी सरकार को अपना जितना वक्त दे रहे हैं, अपने लिए वह वक्त नहीं निकाल पा रहे, जेतली के निजी डॉक्टरों की सलाह है कि वे नियमित रूप से ‘मॉर्निंग वॉक’ पर जाएं, अब जेतली के अपने निजी आवास कैलाश हिल्स में इतनी जगह नहीं जहां वे ‘वॉक’ कर सकें। सो, जेतली जब तक विपक्ष में थे वे नियमित रूप से नई दिल्ली के लोदी गार्डन में ‘मॉर्निंग वॉक’ के लिए जाया करते थे, जहां उनके दोस्तों की एक बड़ी मंडली उनके साथ सुबह के सैर का लुत्फ उठाती थी, जेतली की इस मंडली में राजनेताओं के अलावा उनके पत्रकार मित्रों की भी एक लंबी फेहरिस्त थी। आव-भगत के शौकीन जेतली अक्सर अपनी मंडली के दोस्तों के लिए ब्रेकफास्ट की टोकरी भी वहीं लोदी गार्डन में मंगा लिया करते थे। जब से मोदी सरकार आई है और उसमें जेतली का रूतबा इस कदर बढ़ा है तो सुरक्षा की दृष्टि से उनका लोदी गार्डन में टहलना मना हो गया है, सो जेतली ने बहुत सोच-समझकर अपने लिए लूटियंस जोन में 2 कृष्ण मेनन मार्ग स्थित उस सरकारी घर को आवंटित कराया है जिसमें कभी मनमोहन सिंह के गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे रहा करते थे, उस बंगले की खासियत यह है कि उसके अंदर बकायदा एक ‘जागिंग ट्रेक’ भी बना हुआ है। पर यह नव-आवंटित बंगला भी जेतली की मुसीबतों का निदान नहीं ढूंढ़ पाया है, क्योंकि इन दिनों लूटियंस जोंस में खासकर कृष्ण मेनन मार्ग पर बंदरों ने आतंक मचा रखा है, शिंदे के जमाने में तो बंदरों को भगाने के लिए लंगूर की मदद ले ली जाती थी, पर कोर्ट के एक ताजा आदेश के बाद लंगूर रखने पर पाबंदी लगा दी गई है, सो अब इन बंदरों को समझाए कौन कि वे मोदी सरकार के सबसे सर्वशक्तिमान से पंगा ले रहे हैं। |
Feedback |