असंतुष्टों के निशाने पर जेटली |
November 17 2015 |
भाजपा असंतुष्टों के निशाने पर सिर्फ शाह ही नहीं अपितु मोदी सरकार के सर्वशक्तिमान अरूण जेटली भी हैं। असंतुष्टों का तर्क है कि बिहार की हार में जेटली की सर्वप्रमुख भूमिका रही है। क्योंकि बिहार के चुनाव प्रबंधन में टीम जेटली शिद्दत से लगी थी, और शाह के अलावा बिहार चुनाव की पूरी बागडोर जेटली के विश्वस्त लोगों यानी भूपेंद्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान, सुशील मोदी और अनिल जैन के हाथों में थी। वहीं जेटली की आर्थिक नीतियों की वजह से भी मोदी सरकार की इतनी फजीहत हो रही है। जेटली बेलगाम महंगाई पर अंकुश लगा पाने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में एक चर्चा उनके विभाग बदले जाने की भी है। सो असंतुष्टों की मांग है कि जेटली से वित्त विभाग लेकर उन्हें कोई कम महत्त्व का मंत्रालय सौंपा जाए। पर यह असली परीक्षा तो प्रधानमंत्री मोदी की है कि वे अपने परम मित्र को इस संकट की घड़ी में कैसे उबारते हैं? |
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