जैतापुर पर पुतिन की नज़र |
March 12 2018 |
इस बीच इस पूरे मामले में एक दिलचस्प मोड़ आया जब रूस की एक प्रमुख कंपनी रोस एटम (जेएससी रोस एटम इंटरनेशनल) ने जैतापुर न्यूक्लीयर पॉवर प्लांट को लेकर अपनी दिलचस्पी दिखानी शुरू कर दी। रोस एटम कंपनी के डिप्टी चीफ ने पिछले दिनों अपने दल बल के साथ भारत यात्रा की और उन्होंने प्रमुख रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल से भी मुलाकात की। कहते हैं इस मुलाकात के तुरंत बाद इस बारे में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अपने भारतीय काउंटर पार्ट नरेंद्र मोदी से सीधी बातचीत की। सनद रहे कि इस कंपनी के संस्थापकों में ब्लादिमीर पुतिन और मेहसिन निशिर का नाम लिया जाता है। इससे पूर्व भी 10 अगस्त 2016 को भारतीय प्रधानमंत्री मोदी और तमिलनाडु की तत्कालीन मुख्यमंत्री जे.जयललिता की मौजूदगी में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने वीडियो कांफ्रेसिंग की मदद से तमिलनाडु स्थित कुडनकुलम न्यूक्लियर पॉवर प्लांट यूनिट-प् का शुभारंभ किया था। कुडनकुलम प्लांट की उत्पादन अवधि 60 वर्ष की है जिसे और 20 वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है, और इससे उत्पादित बिजली की कीमत 3.89 रुपए प्रति यूनिट आ रही है, रूस का दावा है कि फ्रांस द्वारा निवेदा में भेजी रकम बाजार कीमत से कहीं ज्यादा है और अगर खुदा न खास्ते जैतापुर का काम फ्रांस की कंपनी को मिल जाता है तो इसका हश्र भी राफेल डील की तरह हो सकता है जिसमें विपक्षी दलों को हो हल्ला मचाने का मौका मिल सकता है। |
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