तस्लीमा के नक्षेकदम पर इरोम? |
February 12 2017 |
अपने आमरण अनशन से चर्चित हुई मणिपुर की शर्मिला इरोम क्या अगली तस्लीमा नसरीन बनने जा रही हैं? विश्वस्त सूत्रों का दावा है कि जब इरोम ने अपना अनशन तोड़ चुनावी राजनीति में आने का फैसला किया तो हमारी दो प्रमुख खुफिया एजेंसियों ने उनके भाई और उनके विदेशी ब्यायफ्रेंड को कथित तौर पर धन उपलब्ध कराया कि इरोम इससे पूरे मणिपुर में अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतार सकें। पर कहते हैं कि इरोम के मित्र ने उन्हें किसी और देश में बसने के लिए तैयार कर लिया है। सूत्र यह भी बताते हैं कि ये पैसे इरोम तक पहुंचे ही नहीं। सो, इरोम के जितने उम्मीदवार थे उनकी आर्थिक मदद वे चाहकर भी नहीं कर पाईं। चुनांचे वे मुकाबले से बाहर होते चले गए। एक इरोम हैं जो मणिपुर के मुख्यमंत्री इबोबी सिंह के खिलाफ मैदान में डटी हैं पर वहां भी उनकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। तो क्या इससे यह समझा जाए कि इरोम अपने विदेशी ब्यायफ्रेंड के साथ किसी अन्य देश में बसने की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी हैं। |
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