तीन हिस्सों में इराक? |
July 05 2014 |
रमाान के पवित्र महीने के बाद इराक संकट और भड़कने के आसार हैं। खुफिया सूत्र बताते हैं कि आने वाले दिनों में इराक में ‘सिविल वॉर’ बदस्तूर जारी रह सकती है और अगर वहां स्थितियां इतनी ही विस्फोटक बनी रही तो मुमकिन है इराक तीन अलग-अलग मुल्कों में बंट जाए-सुन्नीस्तान, शियास्तान और कुर्दिस्तान। जब तक इराक में सद्दाम हुसैन का शासन था यानी 2003 तक सत्ता के केंद्र में सुन्नी थे। 2006 में अमरीका ने अपने दखल से इराक का प्रधानमंत्री नूरो-अल-मलिकी को बना दिया जो एक शिया थे। उसी वक्त से इराक संकट गहराने लगा, बगदाद और उसके दक्षिण में शियाओं का वर्चस्व है, उत्तर में सुन्नी बहुमत में हैं, और उत्तर-पूर्व में कुर्द। अमरीकी उप राष्ट्रपति जो बिदेन, जो 2006 में अमरीकी सीनेट में एक सीनेटर भर थे तब उन्होंने ही पहली बार इराक को तीन अलग मुल्कों में बांटने का प्रस्ताव रखा था। वैसे भी इराक में अभी जिस तरह गृह युध्द की स्थिति बनी हुई है उसको लेकर अलग-अलग देशों के रूख भी अलग हैं। जैसे इस पूरी लड़ाई में शिया कौम की मदद ईरान कर रहा है, सुन्नियों की मदद सऊदी अरब जैसे राष्ट्र कर रहे हैं, इजराइल की दिलचस्पी कुर्द यानी मात्र कुर्दिस्तान तक सीमित है। वहीं रूस पूरी तरह सुन्नियों की खिलाफत में हैं। मलिकी इराक के नेता की जगह शियाओं के नेता बन गए हैं। वैसे भी सुन्नी समर्थक आतंकवादी संगठन आईएसआईएस विश्व का सबसे अमीर आतंकवादी संगठन बन कर उभरा है। |
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