अंदर की बात |
September 18 2017 |
खबर गर्म है कि बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी से भाजपा का शीर्ष नेतृत्व बेतरह नाराज़ है। विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि इस दफे जब बिहार में नीतीश व भाजपा गठबंधन की सरकार फिर से बन रही थी तो भाजपाध्यक्ष अमित षाह इस बात के कतई पक्ष में नहीं थे कि सुशील मोदी को फिर से सरकार में लिया जाए। कहते हैं अपनी विकेट गिरती देख सुशील मोदी तुरंत संघ की शरण में चले गए। सूत्रों की मानें तो संघ प्रमुख मोहन भागवत के बीच-बचाव के बाद सुशील मोदी को फिर से बिहार सरकार में उप मुख्यमंत्री बनाया गया। कहते हैं इस पूरे वाकया से अमित शाह इस कदर नाराज़ हुए कि उन्होंने अपने इस्तीफे की पेशकश कर डाली और कहा कि वे केंद्र सरकार में आकर काम करने को तैयार हैं, कहना न होगा ऐसे में शाह के लिए गृह मंत्रालय उनकी पहली पसंद थी, वे गुजरात सरकार में पहले भी यह महकमा संभाल चुके थे। कहते हैं जब यह खबर राजनाथ सिंह को लगी तो वे एकदम से उचट गए, सूत्रों का तो यहां तक दावा है कि राजनाथ को रक्षा मंत्रालय संभालने का ऑफर दिया गया। राजनाथ तुरंत जाकर भागवत से मिले और अपने विभाग बदले जाने पर ऐतराज जताते हुए कहा कि इससे लोगों में यह संकेत जाएगा कि वे एक असफल गृह मंत्री साबित हुए हैं, अगर ऐसा है तो फिर उन्हें संगठन में ले लिया जाए, बतौर अध्यक्ष वे पार्टी की सेवा करने को तैयार हैं। मोहन भागवत के हस्तक्षेप के बाद ही यह मामला निपट पाया, सुना तो यह भी जा रहा है कि मंत्रिमंडल फेरबदल से पूर्व राजनाथ सिंह के घर पर जो मंत्रियों की बैठक हुई थी, वह भी काफी हंगामीखेज रही। |
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