भारतीय गुजरात पार्टी |
June 20 2016 |
भगवा रंग में असंतोष का लाल रंग अब सिर चढ़ कर बोलने लगा है, पिछले दिनों बीजेपी के ही कुछ अंसतुष्ट कार्यकर्त्ताओं ने पार्टी को एक नया नाम दिया है बीजेपी नहीं, अब ‘बीजीपी’यानी ‘भारतीय गुजरात पार्टी’। इन कार्यकर्त्ताओं की नाराज़गी की एक खास वजह है, वह यह है कि विगत दिनों इलाहाबाद में आहूत भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पर मंच पर आसीन होने का सौभाग्य जिन चार प्रमुख नेताओं-मोदी, शाह, आडवानी और जेतली को मिला, इन सबके गुजरात कनेक्शन हैं, जेतली का इसीलिए कि वे गुजरात से ही राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। पार्टी कार्यकर्त्ताओं को ऐसा लगा कि इलाहाबाद में जैसे पार्टी की राष्ट्रीय नहीं बल्कि संसदीय दल की बैठक हो रही हो। पार्टी की मान्य परंपराओं के मुताबिक राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मंच पर पूर्व अध्यक्षों को भी बिठाने की परंपरा रही है, कम से कम पिछले अध्यक्ष यानी राजनाथ सिंह के लिए तो मंच पर जगह बनती ही थी। पूर्व में पार्टी उपाध्यक्षों को भी मंच पर जगह दी जाती रही थी, पर अब बदले परिदृश्य से मंच सिर्फ और सिर्फ किसका है, यह सब जानते हैं। |
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