न चिट्ठी न संदेश, कैसे करे जनता को फेस |
July 12 2014 |
प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा सांसदों से साफ कह दिया है कि वे सिफारिशी चिट्ठियां लिखने से बाज आए, दूसरे शब्दों में भाजपा सांसदों पर सिफारिशी पत्र लिखने पर एक तरह से अघोषित पाबंदी लगा दी गई है, जिससे भगवा सांसद काफी उद्देलित में हैं, वहीं दूसरी ओर गैर भाजपा सांसद व पूर्व सांसद धड़ल्ले से सिफारिशी चिट्ठियां लिख रहे हैं और इस पर कार्यवाई भी हो रही है। सरकारी परपंराओं के मुताबिक सांसदों के पत्र को गंभीरता से लिया जाता है और उस पर उचित कार्यवाई करने के उपरांत इस बाबत उक्त सांसद को सूचित भी किया जाता है। इसी बात का फायदा गैर भाजपाई सांसद उठा रहे हैं और वे ऐसे पत्रों को जनता के समक्ष बतौर साक्ष्य पेश कर रहे हैं, वहीं भाजपा सांसद खुद को ठगा-सा महसूस कर रहे हैं। |
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