त्यागी से आचार्य कैसे बन गए प्रमोद कृष्णम

May 06 2023


’इस एक चेहरे में शामिल है कई-कई और चेहरे
इसे तुम देखना तो नज़रे बदल-बदल कर देखना’

पिछले दिनों जब राहुल दुलारे इमरान प्रतापगढ़ी की अतीक वंदना वाली वीडियो वायरल हुई तो कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मजमा लूट लिया, उन्होंने टीवी कैमरों के समक्ष कई सवाल उठाए जिसका मजमून था कि ’आखिरकार इमरान टाइप लोग पार्टी में इतना आगे कैसे बढ़ जाते हैं?’ सवालों के झुरमुठ से निकला जिन्न अब स्वयं आचार्य जी से सवाल करने लगा है कि आखिरकार उनकी सियासी जमीन को महत्वाकांक्षाओं के दीमक ने क्यों खाया हुआ है? दरअसल, आचार्य का तमगा ओढ़ने से पहले वे प्रमोद कुमार त्यागी थे जो दिल्ली-गाजियाबाद में गर्ल्स हॉस्टल चलाते थे। इनके करीबी इन्हें ’कारीगर’ के नाम से जानते हैं क्योंकि सियासी बाजीगरी में इनको महारथ हासिल है। बाद में इन्होंने पश्चिमी यूपी के कई शहरों में अपने स्कूल व आश्रम खोल लिए। इनकी स्कूल की एक टीचर के लापता होने का मामला भी सुर्खियों में रहा। इनका सियासी सफर 1988-89 में तब शुरू हुआ जब ये हरियाणा के तत्कालीन गवर्नर महावीर प्रसाद से जुड़ गए और उनके करीबी हो गए। महावीर प्रसाद के नहीं रहने पर वे उनके बेटी व दामाद से जुड़े रहे। जब इनकी सियासत की दुकान ज्यादा चली नहीं तो इन्होंने चोला बदल कर धार्मिक गुरू का लबादा ओढ़ लिया और वे प्रमोद त्यागी से आचार्य प्रमोद कृष्णम हो गए। इनके आश्रमों में नेताओं का आना-जाना शुरू हुआ तो एक दौर में वे सलमान खुर्शीद के बेहद करीबी हो गए, सलमान ने उन्हें पहली बार पार्टी संगठन में एडजस्ट करवाया और इन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी का मेंबर बना दिया। फिर धीरे-धीरे वे रॉबर्ट वाड्रा के करीब पहुंच गए और वहां से प्रियंका गांधी तक अपनी पहुंच बना ली। इस कार्य में उन्हें संदीप सिंह ने भी काफी मदद की। फिर इनकी पार्टी में इमरान प्रतापगढ़ी से ठन गई। इनके पास महंगी लक्जरी गाड़ियों का एक बड़ा जखीरा है, इनका दावा है कि ’ये भगवान कल्कि के अवतार हैं,’ संभल में इनका 300 एकड़ जमीन पर बना आश्रम है पर यह जमीन विवादों में जुड़ी बताई जाती है। इन्होंने राजस्थान में सचिन पायलट पर अपना दांव लगा रखा है, मीडिया वालों से इनका खूब याराना है लिहाजा पार्टी में कोई पोस्ट मिले ना मिले हर टीवी डिबेट में इन्हें जगह जरूर मिल जाती है। 2014 का लोकसभा चुनाव इन्होंने यूपी के संभल से लड़ा, जहां वे पाचवें नंबर पर रहें। इनके चुनाव प्रचार में अबु सलेम की गर्ल फ्रेंड रहीं मोनिका बेदी भी आईं, आईं तो महिमा चौधरी भी। वे हर साल संभल में ’कल्कि महोत्सव’ कराते हैं जिसमें चर्चित राधे मां की उपस्थिति भी देखी जा सकती है। ये खुद को प्रियंका का हनुमान दिखाते हैं पर कहते हैं प्रियंका ने इन दिनों इनसे खासी दूरी बना ली है सो, आचार्य जी को अपने लिए एक नए राजनैतिक पुर्नवास की जरूरत आन पड़ी है।

 
Feedback
 
Download
GossipGuru App
Now!!