हनी ट्रैप में कैसे फंस गए कुरूलकर? |
May 28 2023 |
देश की नामचीन संस्था डीआरडीओ के डायरेक्टर प्रदीप कुरूलकर को देश की सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारियां एक पाकिस्तानी लड़की के साथ शेयर करने के आरोप में एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया और एजेंसी यह जानने की कोशिश कर रही है कि ’वे और कितनी लड़कियों के ‘हनी ट्रैप’ के जाल में फंसे थे।’ 59 वर्षीय कुरूलकर इसी वर्ष नवंबर में अपनी डीआरडीओ की नौकरी से रिटायर होने वाले थे। सूत्रों की मानें तो यह कुरूलकर ही थे जो हनी ट्रैप से बचने के गुर अपने विभाग वालों को सिखाते थे। बीते वर्ष पुणे के डीआरडीओ परिसर में ऐसा ही एक कार्यक्रम आयोजित था जिसमें कुरूलकर ने बतौर विशेषज्ञ हनी ट्रैप से बचने के तरीकों पर प्रकाश डाला था। फिलहाल डीआरडीओ ने अपने इस डायरेक्टर का प्रोफाइल अपनी साइट से हटा दिया है। चंद नग्न तस्वीरों के एवज में अपने देश की संवेदनशील जानकारियां एक अनजान लड़की के साथ शेयर करने की ऐसी क्या मजबूरी थी, जब उनसे यह पूछा गया तो कुरूलकर ने कहा कि वे ’अकेलेपन’ के शिकार थे। जबकि कुरूलकर और उनकी 4 पीढ़ियां देशभक्ति के रंग में पगी है, इनका और इनके परिवार का संघ से नाता बेहद पुराना है। उनका एक इंटरव्यू भी इन दिनों वायरल हो रहा है जिसमें वे अपनी पत्नी के साथ दिख रहे हैं और कह रहे हैं कि ’बीते 14 वर्षों से वे संघ के विभिन्न कार्यक्रमों में सेक्सोफोन बजाते रहे हैं।’ सनद रहे कि 2000 के दशक के मध्य में डीआरडीओ ने अपना एक ‘इलिट थिंक टैंक’ बनाया था-’जी फास्ट’ जिसमें 6000 वैज्ञानिकों में से सिर्फ 12 वैज्ञानिक इस थिंक टैंक को चलाने के लिए चुने गए थे, कुरूलकर इनमें से एक थे। |
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