भाजपा पर हिटलर का असर |
April 12 2015 |
बेंगलुरू में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान उसी परिसर में एक बुक स्टॉल भी लगा था, इस स्टॉल में स्वामी विवेकानंद, रमण महर्षि, रामकृष्ण परमहंस से लेकर नेल्सन मंडेला और एडॉल्फ हिटलर की किताबें शामिल थीं। एक युवा नेता जब स्टॉल पर पहुंचे तो उन्होंने पाया कि एक पुस्तक है जो इस स्टॉल पर सबसे ज्यादा नजर आ रही है, वह पुस्तक थी एडॉल्फ हिटलर की जीवनी ‘माइन कंफ’, यह पुस्तक तीन पंक्तियों में लगी थी। युवा नेता ने बुक स्टॉल संचालक से इसका कारण जानना चाहा तो उसका जवाब था-‘यही किताब है जो यहां सबसे ज्यादा बिक रही है।’ क्या वाकई भाजपा एडॉल्फ हिटलर के विचारों से इन दिनों इस कदर अभिप्रेरित है? या हिटलर पार्टी के नए मार्गदर्शक के तौर पर अवतरित हुए हैं? |
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