हंगामे की भेंट चढ़ती संसद |
August 28 2021 |
संसद का यह मानसून सत्र बेहद हंगामाखेज रहा, जिसे अपनी नियत तारीख से एक दिन पहले ही अपना बोरिया-बिस्तर समेटना पड़ा। विपक्षी दलों का आरोप है कि उन्होंने जब भी वैसे ज्वलंत मुद्दे उठाने चाहें जिस पर बहस होनी चाहिए थी तो कैमरों के फोकस स्पीकर महोदय पर ठहरा दिए गए, माइक बंद कर दिए गए जिससे कि वे ये मुद्दे उठा ही न पाएं। विपक्षी नेता बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में लगी आग के ऊपर ‘एडजर्नमेंट मोशन’ लाना चाहते थे जिन्हें ठुकरा दिया गया। किसी बिल या मुद्दे पर (ओबीसी बिल को छोड़ कर) सदन में चर्चा तक नहीं हुई, बिना चर्चा के ही ये तमाम बिल पास हो गए। अब विपक्ष सवाल उठा रहा है तो फिर सदन में विपक्ष की जरूरत ही क्या बची है? |
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