मोदी ने योगी को ठंडा रिस्पांस दिया |
July 09 2021 |
बहुत ढोल-नगाड़ों के शोर के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी दिल्ली पधारे थे, जहां वे भाजपा और सरकार के नंबर दो अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष नड्डा से मिले। इसके बाद वे पीएम से मिलने पहुंचे, विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि योगी को पीएम ने कोई घंटे भर का समय दिया, जिसमें शुरूआत के 45 मिनट तो प्रधानमंत्री ने योगी सरकार के साढ़े चार साल की रिपोर्ट कार्ड देखी। यह एक ऑडियो-विजुअल प्रेजेंटेशन था जिसे खास तौर पर पीएम के लिए तैयार किया गया था। यह प्रेजेंटेशन योगी के चहेते अधिकारी अवनीश अवस्थी द्वारा तैयार की गयी थी। इस एवी के समाप्त होने के कोई 15 मिनट तक पीएम ने योगी से वन-टू-वन बात की और उनसे सख्त लहज़ों में कहा कि ’चूंकि अब यूपी में चुनाव सिर पर है, इसीलिए सबको साथ लेकर चलना बहुत जरूरी होगा।’ सूत्रों की मानें तो पीएम ने अपनी पूरी बातचीत में न तो किसी व्यक्ति विशेष की नाराज़गी या किसी खास गुट के असंतोष का ही जिक्र किया, बस उन्होंने सपाट लहज़ों में योगी से आग्रह किया कि ’उन्हें अपने व्यवहार और शासन चलाने के तौर तरीकों में किंचित और उदार होने की जरूरत है और साथियों से सामंजस्य बिठाने की दरकार है।’ शायद तब ही योगी को पीएम की ओर से यह संकेत भी दे दिया गया कि ’यूपी विधानसभा का अगला चुनाव उनके नेतृत्व में ही लड़ा जाना है।’ कहते हैं योगी ने पीएम को यह भी बताया कि ’वे अपने मंत्रिमंडल का विस्तार 15 जुलाई के बाद करना चाहते हैं, तब तक जिला पंचायत चुनाव खत्म हो जाएंगे, इसके बाद उन्हें किसी की नाराज़गी का डर भी नहीं रहेगा।’ इससे इतना तो पता चल ही जाता है कि मोदी के प्रिय अधिकारी एके शर्मा और ताजा-ताजा बीजेपी में शामिल हुए जितिन प्रसाद को अभी मंत्री बनने के लिए 15 जुलाई तक का इंतजार करना होगा। यूपी में विधान परिषद की चार सीटें खाली है, इसमें से एक सीट जितिन प्रसाद को और दूसरी सीट संजय निषाद को मिल सकती है। यानी जितिन एमएलसी बन कर मंत्री की कुर्सी तक का सफर तय कर सकते हैं। |
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